facebookmetapixel
थाईलैंड जाने वाले सावधान! शराब पीना अब महंगा, नियम तोड़ा तो लगेगा 27,000 रुपये तक का जुर्मानाDelhi AQI Today: दिल्ली में जहरीली धुंध! AQI 400 पार, सांस लेना हुआ मुश्किल; GRAP 3 हो सकता है लागू!डिजिटल गोल्ड के झांसे से बचें! सेबी ने बताया, क्यों खतरे में है आपका पैसाकेंद्र सरकार ने चीनी निर्यात पर लगाई मुहर, मोलासेस टैक्स खत्म होने से चीनी मिलों को मिलेगी राहतCDSCO का दवा कंपनियों पर लगाम: रिवाइज्ड शेड्यूल एम के तहत शुरू होंगी जांचें; अब नहीं चलेगी लापरवाहीपूर्वोत्तर की शिक्षा में ₹21 हजार करोड़ का निवेश, असम को मिली कनकलता बरुआ यूनिवर्सिटी की सौगातकेंद्र सरकार ने लागू किया डीप सी फिशिंग का नया नियम, विदेशी जहाजों पर बैन से मछुआरों की बढ़ेगी आयCorporate Action Next Week: अगले हफ्ते शेयर बाजार में स्प्लिट-बोनस-डिविडेंड की बारिश, निवेशकों की चांदीBFSI फंड्स में निवेश से हो सकता है 11% से ज्यादा रिटर्न! जानें कैसे SIP से फायदा उठाएं900% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते

Gross tax receipts: सकल कर प्राप्तियों में तेजी बरकरार, 3.56 लाख करोड़ रुपये रहा नेट टैक्स कलेक्शन

कर संग्रह में तेजी अगस्त के बाद से जारी है, जिसकी प्रमुख वजह वित्त वर्ष के शुरुआती कुछ महीनों में दबाव के बाद अब कॉर्पोरेशन कर में आई तेजी है।

Last Updated- October 31, 2023 | 10:54 PM IST
बजट में आ सकती है ई-बैंक गारंटी, टैक्स चोरी पर लगाम लगाने पर नजर, E-bank guarantee may come in the budget, eye on curbing tax evasion

वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में भारत की सकल कर प्राप्तियां पिछले साल की समान अवधि में 16.3 प्रतिशत बढ़कर 16.19 लाख करोड़ रुपये हो गई हैं। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों कर शामिल होता है। कर संग्रह में तेजी अगस्त के बाद से जारी है, जिसकी प्रमुख वजह वित्त वर्ष के शुरुआती कुछ महीनों में दबाव के बाद अब कॉर्पोरेशन कर में आई तेजी है।

लेखा महानियंत्रक (सीजीए) की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान शुद्ध कर राजस्व 11.6 लाख करोड़ रुपये या बजट लक्ष्य का 49.9 प्रतिशत रहा है। वित्त वर्ष 23 में शुद्ध कर संग्रह साल के बजट अनुमान का 52.3 प्रतिशत था।

सितंबर महीने में शु्द्ध कर संग्रह 3.56 लाख करोड़ रुपये रहा है। कॉर्पोरेशन कर में इस दौरान 26.6 प्रतिशत वृद्धि हुई और यह 2.12 लाख करोड़ रुपये रहा है। वहीं व्यक्तिगत आकर 15.6 प्रतिशत बढ़कर 91,247 करोड़ रुपये रहा है।

इक्रा में मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘सितंबर 2023 में कॉर्पोरेशन कर संग्रह में 27 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ अग्रिम कर की आवक तेज रही है। यह 2024 के बजट अनुमान का करीब 49 प्रतिशत है। यह उत्साहवर्धक है। बहरहाल वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में व्यक्तिगत आयकर के लक्ष्य का आधा हासिल किया जा चुका है।’

हालांकि केंद्र का राजकोषीय घाटा पहली छमाही के दौरान सितंबर तक बढ़कर पूरे साल के लक्ष्य के 39.9 प्रतिशत को छू गया है, जो एक साल पहले के 37.3 प्रतिशत की तुलना में कुछ ज्यादा है। कुल मिलाकर इस अवधि के दौरान राजस्व के आय व व्यय का अंतर बढ़कर 7.02 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जिसे राजकोषीय घाटा कहा जाता है।

सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान राजकोषीय घाटा कम करके सकल घरेलू उत्पाद का 5.9 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। 2022-23 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.4 प्रतिशत रहा था, जो पहले 6.71 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।

व्यय की स्थिति देखें तो पूंजीगत व्यय में तेजी जारी है। निवेश पर व्यय अप्रैल सितंबर के दौरान 43.1 प्रतिशत बढ़कर 4.91 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो पूंजीगत व्यय के लक्ष्य का 49 प्रतिशत है। 2023-24 में कुल व्यय बजट अनुमान का 47.1 प्रतिशत रहा है।

First Published - October 31, 2023 | 10:54 PM IST

संबंधित पोस्ट