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Festival season: इस फेस्टिव सीजन में करीब 4.25 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान

वोकल फॉर लोकल तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान की वजह से चीनी सामान की मांग पिछले वर्षों में घटी है। इस वर्ष के त्योहारों सीजन में चीन का कोई भी सामान बाज़ारों में नहीं दिखेगा।

Last Updated- October 14, 2024 | 7:12 PM IST
Dhanteras-Diwali market in UP: Market buzzing with bronze, brass, copper utensils, typical local firecrackers

Festival season: देश में चल रहे त्योहारी सीजन से बाजार में मांग बढ़ गई है। कारोबारी नवरात्रि के बाद अब दिवाली की जोर शोर से तैयारी में लगे हैं। कारोबारी संगठनों के अनुसार इस साल रक्षा बंधन से दिवाली तक के त्योहारी सीजन में देशभर के बाजारों में करीब 4.25 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान है जो पिछले त्योहारी सीजन के मुकाबले करीब 21 फीसदी अधिक है। पिछले साल इस दौरान लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था।

देशभर के व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देश के 70 शहरों में कराएं गए सर्वे के अनुमान के अनुसार इस वर्ष त्योहारों के सीजन का व्यापार 4.24 लाख करोड़ रुपये का होने की संभावना है। जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का था।

खाने-पीने पर खर्च होगा सबसे ज्यादा पैसा

4.25 लाख करोड़ के अनुमानित त्योहारों के व्यापार में लगभग 13 फीसदी खाद्य एवं किराना , 9 फीसदी ज्वेलरी, 12 फीसदी वस्त्र एवं गारमेंट, 4 फीसदी ड्राई फ्रूट, मिठाई एवं नमकीन, 3 फीसदी घर की साज सज्जा, 6 फीसदी कॉस्मेटिक, 8 फीसदी इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मोबाइल, 3 फीसदी पूजन सामग्री एवं पूजा वस्तुओं, 3 फीसदी बर्तन तथा रसोई उपकरण, 2 फीसदी कन्फेक्शनरी एवं बेकरी, 8 फीसदी गिफ्ट आइटम्स, 4 फीसदी फ़र्निशिंग एवं फर्नीचर एवं शेष 20 फीसदी ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल, खिलौने सहित अन्य अनेक वस्तुओं एवं सेवाओं पर ग्राहकों द्वारा खर्च किए जाने का अनुमान है। पैकिंग क्षेत्र को भी त्योहारों पर बड़ा व्यापार मिलेगा।

कैट के राष्ट्रीय मंत्री अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया कि देश में प्रमुख व्यापारिक केन्द्र माने जाने वाले 70 शहरों में व्यापारी संगठनों के बीच कराये गये एक सर्वे की समीक्षा में यह सामने आया कि इस वर्ष देश भर में व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर ग्राहकों की मांग एवं पसंद को पूरा करने के लिए व्यापक तैयारियां की है।

अकेले मुंबई में 90 हजार करोड़ के कारोबार का अनुमान

देश भर के बाजारों में इस बार रक्षा बंधन, गणेश उत्सव, नवरात्रि, दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की है जिसको देखते हुए दिवाली सीजन में खरीदारी और भी बेहतरीन होने का अनुमान है। अकेले मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) में त्यौहारी व्यापार 90 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का रहने वाला है। त्योहारों के सीजन के बाद तुरंत शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा जिसमें भी देश भर के व्यापारी बड़े व्यापार होने की उम्मीद कर रहे हैं।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि त्योहारों में व्यापार के सभी क्षेत्रों में बड़ी बिक्री होती है लेकिन विशेष रूप से गिफ्ट आइटम्स, मिठाई-नमकीन, ड्राई फ्रूट,इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, वस्त्र, आभूषण, कपड़ा, बर्तन, क्राकरी, मोबाइल, फर्नीचर, फ़र्निशिंग,रसोई के उपकरण, घर सजाने का सजावटी सामान, फुटवियर, सौंदर्य प्रसाधन, कॉस्मेटिक, कंप्यूटर एवं आई टी उपकरण, स्टेशनरी, बिजली का सामान, फल, फूल, पूजा सामग्री,मिट्टी के दिये एवं कुम्हारों द्वारा बनाए गए अन्य सामान,भगवानों की तस्वीर,मूर्ति आदि , हार्डवेयर, पेंट, फ़ैशन की वस्तुएँ, खाद्य सामान, एफ़एमसीजी सामान, किराना, सॉफ्ट ड्रिंक, कन्फेक्शनरी, खाद्य तेल, रेडीमेड फ़ूड, खिलौने आदि में बड़ा व्यापार होगा।

वहीं देश भर में हज़ारों समारोह होने के कारण सर्विस सेक्टर से जुड़े होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हाल, कैटरिंग, इवेंट मैनेजमेंट, कैब सर्विस, डिलीवरी सेक्टर, कलाकारों सहित इसी तरह के अन्य वर्गों को भी बड़ा व्यापार मिलेगा ।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने के मुताबिक त्यौहार के सीजन में लगभग 70 करोड़ ग्राहक बाजारों में खरीदारी करते हैं और जहां 500 रुपये या उससे कम खरीदारी करने वाले लोग हैं वहीं हज़ारों और लाखों रुपये खर्च करने वालों की भी कमी नहीं है । कैट ने देश भर के व्यापारी संगठनों से आग्रह किया है कि वो अपने शहर के स्थानीय निर्माताओं, कारीगरों एवं कलाकारों द्वारा बनाए गए उत्पादों को बाजार दिलाने में सहयोग करें और आत्मनिर्भर भारत की एक विशिष्ट झांकी दिवाली पर्व के ज़रिए देश एवं दुनिया को दिखाएं।

चीनी सामान की मांग घटी

वोकल फॉर लोकल तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान की वजह से चीनी सामान की मांग पिछले वर्षों में घटी है। इस वर्ष के त्योहारों सीजन में चीन का कोई भी सामान बाज़ारों में नहीं दिखेगा। देश भर में व्यापारियों ने त्योहारों पर बिकने वाला कोई भी सामान चीन से आयात नहीं किया है और अब ग्राहक भी चीनी सामान लेने में क़तई इच्छुक नहीं है बेशक वो सस्ता ही क्यों न हो।

गौरतलब है कि दिवाली पर्व के सीजन की श्रृंखला में 24 अक्टूबर को अहोई अष्टमी से शुरु होगी। 29 अक्टूबर को धनतेरस, एक नवंबर को दिवाली, 2 नवंबर को गोवर्धन पूजा, 3 नवंबर को भाई दूज, 5 से 8 नवंबर को छठ पूजा तथा 13 नवंबर को तुलसी विवाह के साथ दिवाली का त्यौहार सीजन समाप्त होगा।

First Published - October 14, 2024 | 7:12 PM IST

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