facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

वेतन की न्यूनतम सीमा बढ़ाने पर EPFO कर रहा विचार, भविष्य निधि के फायदों से वंचित कामगार भी आएंगे दायरे में

बिजनेस स्टैंडर्ड ने केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की बैठकों का ब्योरा देखा है, जिसके अनुसार यह मुद्दा लगातार सीबीटी बैठकों में चर्चा का विषय रहा है।

Last Updated- April 19, 2024 | 10:23 PM IST
EPFO did not give the claim, how to fix it; Know the complete process EPFO ने नहीं दिया क्लेम, कैसे करें इसे ठीक; जानें पूरा प्रोसेस

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) वेतन की न्यूनतम सीमा को 15,000 रुपये से बढ़ाकर और अधिक करने पर विचार कर रहा है। इस कदम से इसका दायरा बढ़ेगा और अनौपचारिक क्षेत्र के करोड़ों मजदूरों को इस दायरे में लाया जा सकेगा। न्यूनतम वेतन सीमा में पिछली बढ़ोतरी 2014 में हुई थी, जब इसे 6,500 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया गया था।

बिजनेस स्टैंडर्ड ने केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की बैठकों का ब्योरा देखा है, जिसके अनुसार यह मुद्दा लगातार सीबीटी बैठकों में चर्चा का विषय रहा है। केंद्रीय न्यासी बोर्ड ईपीएफओ के लिए फैसले लेने वाला शीर्ष निकाय है।

सीबीटी में कर्मचारी प्रतिनिधियों में से एक शंकरी मल्लेशम ने इस साल फरवरी में बोर्ड द्वारा 29 करोड़ से अधिक ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करने के लिए हुई बैठक में यह सुझाव दिया था, ‘केंद्र सरकार द्वारा तय किया गया न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये है, लेकिन 2014 से हमारी वेतन सीमा 15,000 रुपये ही है। इससे ठेके या संविदा पर काम करने वाले कई कामगार सामाजिक सुरक्षा लाभ से वंचित रह जाते हैं। मेरा प्रस्ताव है कि वेतन सीमा बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दी जाए।’

बोर्ड में कर्मचारियों के एक अन्य प्रतिनिधि प्रभाकर जे बाणासुरे ने भी अक्टूबर की बैठक में न्यूनतम वेतन सीमा बढ़ाकर 25,000 रुपये करने का सुझाव दिया था। उनका तर्क था कि कई राज्यों में न्यूनतम वेतन 22,000 रुपये से 25,000 रुपये के दायरे में है।

उन्होंने कहा, ‘भविष्य निधि के फायदों से वंचित कई कामगारों को इसके दायरे में लाने में मदद मिलेगी।’ बाणासुरे का कहना था कि ये फायदे कई कंपनियों खास तौर पर सीमेंट कंपनियों के कर्मचारियों को मिलेंगे।

First Published - April 19, 2024 | 10:23 PM IST

संबंधित पोस्ट