facebookmetapixel
सुप्रीम कोर्ट ने कहा: बिहार में मतदाता सूची SIR में आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में करें शामिलउत्तर प्रदेश में पहली बार ट्रांसमिशन चार्ज प्रति मेगावॉट/माह तय, ओपन एक्सेस उपभोक्ता को 26 पैसे/यूनिट देंगेबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोले CM विष्णु देव साय: नई औद्योगिक नीति बदल रही छत्तीसगढ़ की तस्वीर22 सितंबर से नई GST दर लागू होने के बाद कम प्रीमियम में जीवन और स्वास्थ्य बीमा खरीदना होगा आसानNepal Protests: सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ नेपाल में भारी बवाल, 14 की मौत; गृह मंत्री ने छोड़ा पदBond Yield: बैंकों ने RBI से सरकारी बॉन्ड नीलामी मार्च तक बढ़ाने की मांग कीGST दरों में कटौती लागू करने पर मंथन, इंटर-मिनिस्ट्रियल मीटिंग में ITC और इनवर्टेड ड्यूटी पर चर्चाGST दरों में बदलाव से ऐमजॉन को ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल में बंपर बिक्री की उम्मीदNDA सांसदों से PM मोदी का आह्वान: सांसद स्वदेशी मेले आयोजित करें, ‘मेड इन इंडिया’ को जन आंदोलन बनाएंBRICS शिखर सम्मेलन में बोले जयशंकर: व्यापार बाधाएं हटें, आर्थिक प्रणाली हो निष्पक्ष; पारदर्शी नीति जरूरी

16th Finance Commission: वित्त आयोग के 3 पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त, SBI के Group CEA होंगे पार्ट टाइम मेंबर

16th Finance Commission : सरकार ने नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पानगड़िया को समिति का चेयरमैन और सरकारी अधिकारी ऋत्विक रंजनम पांडेय को सचिव नियुक्त किया है।

Last Updated- January 31, 2024 | 10:43 PM IST
FinMin to constitute 16th Finance Commission this year

सरकार ने बुधवार को 16वें वित्त आयोग के 3 पूर्णकालिक और 1 अंशकालिक सदस्य की नियुक्ति कर दी है। आयोग का गठन 31 दिसंबर 2023 को किया गया था।

नियुक्त किए गए पूर्णकालिक सदस्यों में 15वें वित्त आयोग के सदस्य रहे पूर्व व्यय सचिव अजय नारायण झा, व्यय की पूर्व विशेष सचिव एनी जॉर्ज मैथ्यू और अर्थ ग्लोबल के कार्यकारी निदेशक निरंजन राजाध्यक्ष शामिल हैं।

भारतीय स्टेट बैंक के समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष को 16वें वित्त आयोग का अंशकालिक सदस्य बनाया गया है।

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, ‘16वें वित्त आयोग से 31 अक्टूबर 2025 तक सिफारिशें देने को कहा गया है, जो 1 अप्रैल 2026 से 5 साल के लिए लागू होंगी।’

सरकार ने नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पानगड़िया को समिति का चेयरमैन और सरकारी अधिकारी ऋत्विक रंजनम पांडेय को सचिव नियुक्त किया है।

वित्त आयोग संवैधानिक निकाय है। इसकी नियुक्ति हर 5 साल पर होती है, जो केंद्र व राज्यों व राज्य व स्थानीय निकायों के बीच कर के बंटवारे पर सिफारिश देता है।

इस समय भारत सरकार केंद्र के करों में से 41 प्रतिशत राज्यों के साथ साझा करती है, जिसकी सिफारिश15वें वित्त आयोग ने की थी। आयोग आपदा प्रबंधन के वित्तपोषण की मौजूदा व्यवस्था की भी समीक्षा करेगा।

First Published - January 31, 2024 | 10:43 PM IST

संबंधित पोस्ट