शेयर बाजार में तेजी के बावजूद कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली छमाही में सौदों के मूल्य में समग्र विलय और अधिग्रहण एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 9 फीसदी घटकर 38 अरब डॉलर हो गया है, जो साल 2023 की पहली छमाही में 41.74 अरब डॉलर था।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, यह साल 2017 के बाद से सबसे कम है, जब सौदों का मूस्य 37.48 अरब डॉलर हो गया था। डेटा इन्फ्रास्ट्रक्टर ट्रस्ट द्वारा 2.5 अरब डॉलर में किए गए टेलीकॉम टावर कंपनी एटीसी टावर का अधिग्रहण इस साल अब तक का सबसे बड़ा लेनदेन है। मगर सौदे की मात्रा (लेनदेन की संख्या) पहली छमाही में 17.3 फीसदी बढ़कर 1,460 लेनदेन पर पहुंच गई, जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में 1,245 लेनदेन हुए थे।
एमऐंडए सलाहकारों के कहना है कि सौदों का प्रवाह स्पष्ट तौर पर पैमाने, बाजार हिस्सेदारी, वितरण नेटवर्क, तालमेल और ग्राहकों की पहुंच जैसे कारोबारी अनिवार्यता के आधार पर होता है। हालांकि, इसमें कोई शक नहीं है कि अलग-अलग इलाकों और अलग-अलग परिदृश्यों में ऐसी अनिवार्यता का अलग-अलग संयोजन हो सकता है।
कर एवं एमऐंडए एडवाइजरी फर्म कैटलिस्ट एडवाइजर्स के संस्थापक और प्रबंध निदेशक केतन दलाल ने कहा, ‘सीमेंट के मोर्चे पर अथवा वित्तीय सेवा क्षेत्र के कई हिस्सों में हुई हालिया कार्रवाई ऐसी अनिवार्यता के उदाहरण है और बदलते आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए सौदों के प्रवाह में तेजी आने की भी संभावना है।’
कंसल्टिंग फर्म पीडब्ल्यूसी इंडिया के प्राइवेट इक्विटी लीडर एवं डील लीडर भाविन शाह ने कहा कि अनुकूल और स्थिर राजनीतिक एवं आर्थिक माहौल के साथ साल 2024 में एमऐंडए गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘उद्योग के अधिकारी अपने कारोबार एवं उत्पाद पोर्टफोलियो को आक्रामक तरीके से अधिग्रहण के जरिये विस्तारित करने की सोच रहे हैं इसलिए हम कई सौदों की उम्मीद है।
प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, खुदरा एवं उपभोक्ता तीन ऐसे क्षेत्र हैं जो सौदे की उच्च मात्रा और बड़े सौदे के आकार पर मंथन करने के लिए तैयार हैं। उद्योग के अधिकारी उच्च गुणवत्ता वाली परिसंपत्तियों की दौड़ में शामिल हो रहे हैं और बोली प्रक्रिया में निजी पूंजी वालों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। हम एमऐंडए के प्रति आशावादी हैं और उम्मीद करते हैं कि इस साल सौदों की मात्रा और सौदे का मूल्य 15 से 20 फीसदी तक बढ़ जाएगा।’