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Tata Sons की बोर्ड बैठक में FY 25 के नतीजों की समीक्षा, Tata Capital के IPO पर भी फैसला

एन चंद्रशेखरन की अध्यक्षता वाली बोर्ड बैठक में इस साल के अंत तक टाटा कैपिटल लिमिटेड के आने वाले आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) पर भी विमर्श होने की उम्मीद है।

Last Updated- May 27, 2025 | 11:24 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

भारत में खान-पान से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाले समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की बोर्ड बैठक गुरुवार को होगी। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में कंपनी के मार्च में समाप्त हुए वित्त वर्ष के परिणामों पर चर्चा की जाएगी। एन चंद्रशेखरन की अध्यक्षता वाली बोर्ड बैठक में इस साल के अंत तक टाटा कैपिटल लिमिटेड के आने वाले आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) पर भी विमर्श होने की उम्मीद है।

बैठक में टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के राइट्स निर्गम में टाटा संस के निवेश की समीक्षा की जाएगी और एयर इंडिया, टाटा डिजिटल समेत समूह की अन्य प्रमुख गैर सूचीबद्ध कंपनियों के प्रदर्शन पर भी विमर्श किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि बोर्ड बैठक में टाटा टेलीसर्विसेज में चल रहे घाटे और कंपनी की केंद्र सरकार के प्रति समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) देनदारियों पर भी विचार विमर्श हो सकता है।

हालांकि, टाटा संस के प्रवक्ता ने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। टाटा ट्रस्ट्स के लिए लाभांश पर निर्णय लेना काफी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि उसके पास टाटा संस में 66 फीसदी हिस्सेदारी है और वह अपनी परोपकारी पहलों को रकम देने के लिए इसी भुगतान पर निर्भर है। टाटा संस की लाभांश आय का सबसे बड़ा स्रोत टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड है, जिसने वित्त वर्ष 2025 में 44,888 करोड़ रुपये का लाभांश दिया था। हालांकि, यह रकम वित्त वर्ष 2024 के 47,467 करोड़ रुपये के मुकाबले 5.4 फीसदी कम है। इसमें से टाटा संस को टीसीएस से 32,722 करोड़ रुपये का लाभांश मिलेगा। शेयरधारकों द्वारा अभी होने वाली सालाना आम बैठक में भुगतान को मंजूरी मिलने के बाद टीसीएस इस लाभांश का भुगतान करेगी।

उल्लेखनीय है कि समूह की 20 सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 में मजबूत दो अंकों की वृद्धि के बाद वित्त वर्ष 2025 में मामूली रूप से गिरा है। समूह की 20 सूचीबद्ध कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री चार वर्षों में सबसे धीमी गति से बढ़ी, जो अधिक सुस्त परिचालन को दर्शाती है।

नोएल टाटा की अगुआई में टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी भी इस सप्ताह शेयरधारकों की वार्षिक बैठक के बाद टाटा संस के लाभांश की अपेक्षित आय बांटने पर चर्चा करने के लिए बैठक करने वाले हैं। बता दें कि टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी धोलेरा सेमीकंडक्टर फैब के पहले संयंत्र में 91,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है, जिसके दिसंबर 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद कंपनी का दूसरा बड़ा निवेश असम के सेमीकंडक्टर परियोजना में है, जिसमें कंपनी 27,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस संयंत्र अगले साल मार्च तक तैयार होने की उम्मीद है।

First Published - May 27, 2025 | 10:54 PM IST

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