संकट से जूझ रही क्रिप्टो एक्सचेंज फर्म वजीरएक्स (WazirX) ने अपने प्लेटफॉर्म पर हुई सुरक्षा चूक के बाद बाइबिट और क्यूकॉइन जैसे एक्सचेंजों को 7.3 करोड़ डॉलर की रकम भेजी थी। प्रतिस्पर्धी क्रिप्टो कंपनी कॉइनस्विच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह आरोप लगाया। इस सुरक्षा सेंध की वजह से वजीरएक्स के प्लेटफॉर्म से 23 करोड़ डॉलर की क्रिप्टो संपत्तियां चोरी हो गई थीं।
कॉइनस्विच के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी आशिष सिंघल ने कहा कि 54.65 करोड़ डॉलर की देनदारियों से जूझ रही वजीरएक्स ने बाइबिट को 7.213 करोड़ डॉलर और क्यूकॉइन को 15 लाख डॉलर की धन राशि स्थानांतरित की।
वजीरएक्स ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सिंघल की क्रिप्टो फर्म ने भारतीय रुपये और और वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों (वीडीए) में निवेश किया है, जो वजीरएक्स के पास जमा हैं।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘हम अपना पैसा वसूलने के लिए वजीरएक्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की योजना बना रहे हैं। इसलिए हमारे लिए उनके द्वारा साझा की गई जानकारी समझना जरूरी है।’
कॉइनस्विच ने वजीरएक्स के प्लेटफॉर्म से 2 प्रतिशत पैसा वसूलने के लिए कानूनी कार्रवाई का सहारा लिया है। उसके रुपये में 12.4 करोड़ रुपये, ईआरसी20 टोकन में 28.7 करोड़ रुपये और वजीरएक्स के अन्य टोकन में 39.9 करोड़ रुपये थे। वजीरएक्स को सुरक्षा सेंध की वजह से अपनी करीब 45 प्रतिशत क्रिप्टो परिसंपत्तियों से हाथ धोना पड़ा।