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Spicejet: 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के बाद एयरलाइन ने चुकाया कर्मचारियों का बकाया वेतन, क्यों आया था कंपनी पर संकट

Spicejet से अगस्त में कुल 302,000 घरेलू यात्रियों ने सफर किया, जो सालाना आधार पर (YoY) 44.2% की गिरावट को दर्शाता है।

Last Updated- September 26, 2024 | 9:45 PM IST
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SpiceJet clears employee salary dues: कम लागत वाली एयरलाइन स्पाइसजेट ने आज यानी बुधवार देर रात अपने कर्मचारियों के जून से अगस्त तक के वेतन का बकाया भुगतान कर दिया। कंपनी ने कर्मचारियों का वेतन बकाया उस समय चुकाया है जब कुछ दिन पहले ही इसने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।

स्पाइसजेट की इस प्रक्रिया पर करीबी से जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया, ‘स्पाइसजेट ने कर्मचारियों के सभी लंबित वेतन बकाया (pending salary dues) का भुगतान कर दिया है। सभी कर्मचारियों का जुलाई और अगस्त का वेतन और जिन्हें जून का वेतन नहीं मिला था, उनका भी बकाया भुगतान कल रात कर दिया।’

हाल ही में स्पाइसजेट ने जुटाए थे QIP के जरिये 3,000 करोड़ रुपये

QIP के जरिये पूंजी जुटाने के अलावा, एयरलाइन स्पाइसजेट ने कहा था कि वह पिछले फंडिंग राउंड से अतिरिक्त 736 करोड़ रुपये भी जुटाएगी, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार और विकास योजनाओं (growth plans) को समर्थन मिलेगा।

स्पाइसजेट के नाम थे कई बकाये

पिछले सप्ताह, एयरलाइन ने खुलासा किया था कि उसने अप्रैल 2020 से अगस्त 2024 के बीच लगभग 427 करोड़ रुपये के वैधानिक बकाये (statutory dues) का भुगतान नहीं किया था, जो उसकी ‘वित्तीय स्थिति में कमी’ के कारण था। इसमें सोर्स पर टैक्स कटौती (TDS) के रूप में 219.8 करोड़ रुपये, वस्तु एवं सेवा कर (GST) के रूप में 71.33 करोड़ रुपये और भविष्य निधि (PF) योगदान के रूप में 135.47 करोड़ रुपये शामिल थे।

क्यों स्पाइसजेट पर आया संकट

एयरलाइन ने यह भी खुलासा किया कि उसके 58 में से 36 विमान ग्राउंडेड थे यानी बंद पड़े थे, जिसके पीछे की वजह विमान पट्टेदारों (aircraft lessors) को भुगतान में ‘कथित चूक’, वित्तीय समस्याओं के कारण रखरखाव में समस्या, विमान के स्पेयर पार्ट्स और कंपोनेंट्स की उपलब्धता का न होना थी।

यह तब हुआ जब एयरलाइन का घरेलू बाजार हिस्सेदारी लगातार घटती जा रही है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की तरफ से जारी लेटेस्ट डेटा के अनुसार, अगस्त में एयरलाइन की घरेलू यात्री बाजार हिस्सेदारी केवल 2.3% रह गई थी।

एयरलाइन से अगस्त में कुल 302,000 घरेलू यात्रियों ने सफर किया, जो सालाना आधार पर (YoY) 44.2% की गिरावट को दर्शाता है।

पिछले साल जनवरी में, एयरलाइन की बाजार हिस्सेदारी 7.3% थी। पिछले कई तिमाहियों से, यह कम लागत वाली विमानन कंपनी नकदी की कमी और विमान पट्टेदारों, इंजन पट्टेदारों और कर्जदाताओं को बकाये पर कानूनी लड़ाइयों का सामना कर रही है।

First Published - September 26, 2024 | 4:54 PM IST

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