आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट का समेकित शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान पिछले साल की तुलना में 9.92 प्रतिशत तक बढ़कर 2,482.04 करोड़ रुपये हो गया जबकि बिक्री का कुल वॉल्यूम पिछले साल के मुकाबले 17 प्रतिशत बढ़कर 4.102 करोड़ टन हो गया। ग्रे सीमेंट की प्राप्तियों में भी सुधार हुआ।
वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने वॉल्यूम में वृद्धि दर्ज करने के बावजूद कमजोर प्राप्तियों के बीच अपने मुनाफे में गिरावट देखी थी। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के दौरान दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में कीमतों में कमजोरी और कंपनी के बाजारों में बुनियादी ढांचे की संपूर्ण गतिविधियों में नरमी के बावजूद ग्रे सीमेंट की प्राप्तियों में तिमाही आधार पर 1.6 प्रतिशत तक का सुधार हुआ।
तिमाही के दौरान कंपनी के समेकित बिक्री के समूचे वॉल्यूम में यह वृद्धि केसोराम इंडस्ट्रीज और इंडिया सीमेंट्स के अधिग्रहण से हुई है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी अतुल डागा ने सोमवार को आय परिणामों की बातचीत के दौरान कहा कि कंपनी ने भविष्य के लिए इंडिया सीमेंट्स के नेटवर्क में मौजूदा अवसरों की पहचान की है।
हाल में खत्म तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व पिछले साल की तुलना में करीब 13 प्रतिशत तक बढ़कर 23,063 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का राजस्व ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के 22,967.4 करोड़ रुपये के अनुमान से काफी ज्यादा रहा। अलबत्ता लाभ 2,538.40 करोड़ रुपये के अनुमान से कम रहा।
टीवीएस मोटर का शुद्ध लाभ 69 प्रतिशत बढ़ा
टीवीएस मोटर कंपनी का जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 69 प्रतिशत बढ़कर 698 करोड़ रुपये हो गया। मुख्य रूप से बिक्री बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है। कंपनी का शुद्ध लाभ जनवरी-मार्च 2024 में 412 करोड़ रुपये रहा था। टीवीएस मोटर कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 11,474 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 9,899 करोड़ रुपये थी।
निर्यात सहित कुल दोपहिया तथा तिपहिया वाहनों की बिक्री भी सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 12.16 लाख इकाई हो गई। जनवरी- मार्च 2024 तिमाही में 10.63 लाख इकाई रही थी। इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 54 प्रतिशत बढ़कर 76,000 इकाई हो गई, जो पिछले साल समान अवधि में 49,000 इकाई थी। दूसरी ओर, पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में उसका शुद्ध लाभ 2023-24 के 1,779 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 2,380 करोड़ रुपये हो गया।
कुल आय बढ़कर 44,159 करोड़ रुपये हो गई, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 38,885 करोड़ रुपये थी। टीवीएस के अनुसार, 2024-25 में दोपहिया और तिपहिया वाहनों की कुल बिक्री सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 47.44 लाख इकाई हो गई। वित्त वर्ष 2023-24 में यह 41.91 लाख इकाई रही थी।
आईडीबीआई बैंक का लाभ 26 प्रतिशत बढ़ा
आईडीबीआई बैंक का वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़कर 2,051 करोड़ रुपये रहा। बैंक का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में शुद्ध लाभ 1,628 करोड़ रुपये रहा था। एलआ कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में कुल आय बढ़कर 9,035 करोड़ रुपये हो गई, जो जनवरी-मार्च 2024 में 7,887 करोड़ रुपये थी।
इस दौरान ब्याज आय मामूली रूप से घटकर 6,979 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6,990 करोड़ रुपये थी। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 33 प्रतिशत बढ़कर 7,515 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 में यह 5,634 करोड़ रुपये रहा था। कुल आय बढ़कर पिछले वित्त वर्ष में 33,826 करोड़ रुपये हो गई, जो 2023-24 में 30,037 करोड़ रुपये थी।
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 31 मार्च 2025 तक सकल अग्रिमों के 2.98 प्रतिशत तक कम हो गईं, जबकि 31 मार्च 2024 के अंत तक यह 4.53 प्रतिशत थी। आईडीबीआई बैंक के निदेशक मंडल ने 2.10 रुपये प्रति शेयर लाभांश का प्रस्ताव किया है। यह शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर है।
यूको बैंक के मुनाफे में 24 प्रतिशत इजाफा
यूको बैंक का वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर करीब 24 प्रतिशत बढ़कर 665.72 करोड़ रुपये हो गया। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक का वित्त वर्ष 2023-24 में शुद्ध लाभ 537.86 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन तिमाही में कुल एकीकृत आय लगभग 8,136 करोड़ रुपये थी, जो एक साल पहले 6,984 करोड़ रुपये थी।
वहीं पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में यूको बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ 2,468 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 1,671 करोड़ रुपये था। बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ है, सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात 31 मार्च तक घटकर 2.69 प्रतिशत रह गया, जो एक साल पहले 3.46 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए अनुपात 0.89 प्रतिशत से घटकर 0.50 प्रतिशत रह गया। प्रावधान कवरेज अनुपात 96.69 प्रतिशत रहा।