खाद्य वितरण और क्विक कॉमर्स क्षेत्र की कंपनी स्विगी लिमिटेड ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त हुई तिमाही (वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही) में 1,081.1 करोड़ रुपये का समेकित घाटा दर्ज किया है। यह सालाना आधार पर 554.7 करोड़ रुपये की तुलना में 95 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। प्लेटफॉर्म का परिचालनगत समेकित राजस्व 44.8 प्रतिशत तक बढ़कर 4,410 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में यह 3,045.5 करोड़ रुपये था।
स्विगी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा कि वित्त वर्ष 25 स्विगी के लिए कई नई उपलब्धियों वाला साल रहा। उन्होंने कहा, ‘हमने इंस्टामार्ट, स्नैक और हाल ही में पिंग पर कई नई ऐप पेश की हैं, इन सभी का उद्देश्य नई उपयोगकर्ता-श्रेणी और बाजार खोलना है।’ कंपनी ने कहा कि उसके खाद्य वितरण कारोबार का सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) अनुमान के अनुरूप पिछले साल के मुकाबले 17.6 प्रतिशत की बेहतर वृद्धि के साथ 7,347 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
दूसरी तरफ क्विक कॉमर्स शाखा स्विगी इंस्टामार्ट ने अपनी जीओवी वृद्धि में पिछले साल की तुलना में 101 प्रतिशत (तिमाही आधार पर 19.5 प्रतिशत) तक इजाफा किया और चौथी तिमाही में यह 4,670 करोड़ रुपये हो गया। औसत ऑर्डर मूल्य सालाना आधार पर 13.3 प्रतिशत बढ़कर 527 रुपये हो गया।
सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 50 प्रतिशत बढ़कर 4,985 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 3,311 करोड़ रुपये रहा था। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 33,254 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में यह 31,058 करोड़ रुपये थी। बैंक की शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से नीतिगत ब्याज दरों में कटौती से आगे चलकर बैंक के शुद्ध ब्याज मार्जिन पर दबाव रहेगा।
बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी ए मणिमेखलई ने बैंक द्वारा पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन की पुस्तक की थोक खरीद में अनियमितता के आरोपों से जुड़े विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने इस सवाल का भी जवाब नहीं दिया कि क्या इस मामले में वरिष्ठ प्रबंधन की भूमिका की जांच की जा रही है। बैंक ने गुरुवार शाम शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च तिमाही में उसकी मुख्य शुद्ध ब्याज आय 9,514 करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर रही।
सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 82.5 प्रतिशत बढ़कर 2,626 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें गैर-ब्याज आय का योगदान रहा। समूचे वित्त वर्ष 25 में ऋणदाता ने 9,219 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 45.92 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 25 के लिए 4.05 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है। इसके लिए वैधानिक और शेयरधारकों की मंजूरी जरूरी होगी। शुक्रवार को बैंक ऑफ इंडिया का शेयर बीएसई पर 2.55 प्रतिशत बढ़कर 110.5 रुपये के भाव पर बंद हुआ।
राजस्व के प्रमुख स्रोत शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 2.14 की वार्षिक वृद्धि नजर आई और यह बढ़कर 6,063 करोड़ रुपये थी।
एम पी बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी बिड़ला कॉरपोरेशन का समेकित शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 32.72 फीसदी बढ़कर 256.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 193.34 करोड़ रुपये था। कंपनी को तिमाही में मजबूत उत्पादन और बिक्री की वजह से मुनाफे में दमदार तेजी दर्ज करने में मदद मिली है। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 31.19 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में समेकित आधार पर राजस्व 2,863.4 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि के 2,680.13 करोड़ रुपये के मुकाबले 6.8 फीसदी की वृद्धि है। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व 2,272.07 करोड़ रुपये था।
बिस्कुट, ब्रेड जैसे बेकरी खाद्य पदार्थ बनाने वाली कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड का वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 4.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 559.13 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में मुनाफा 536.61 करोड़ रुपये रहा था। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया, जनवरी-मार्च तिमाही में उत्पाद बिक्री से ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का राजस्व नौ प्रतिशत बढ़कर 4,375.57.30 करोड़ रुपये हो गया। समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन आय 8.9 प्रतिशत बढ़कर 4,432.19 करोड़ रुपये हो गई।
परिणामों पर कंपनी के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक वरुण बेरी ने कहा, ‘तंग उपभोग परिदृश्य के बीच वर्ष की अंतिम तिमाही में नौ प्रतिशत की उच्च एक अंकीय मूल्य वृद्धि के साथ यह प्रदर्शन जिंस की बढ़ती कीमतों और दैनिक उपभोग की घरेलू वस्तुओं (एफएमसीजी) की श्रेणियों में कमजोर मांग से चिह्नित चुनौतीपूर्ण परिचालन माहौल में हमारे लचीलेपन को रेखांकित करता है।’
जनवरी-मार्च तिमाही में ब्रिटानिया का कुल व्यय 10.34 प्रतिशत बढ़कर 3,738.63 करोड़ रुपये हो गया। कुल आय (जिसमें अन्य आय भी शामिल है) 8.9 प्रतिशत बढ़कर 4,495.21 करोड़ रुपये हो गई। समूचे वित्त वर्ष 2024-25 में शुद्ध लाभ दो प्रतिशत बढ़कर 2,177.86 करोड़ रुपये हो गया। एकीकृत आय सात प्रतिशत बढ़कर 18,169.76 करोड़ रुपये रही। इस बीच, ब्रिटानिया ने शेयर बाजार को अलग से दी जानकारी में बताया कि उसके निदेशक मंडल ने 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए एक रुपये अंकित मूल्य के प्रत्येक शेयर पर 75 रुपये का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है। इसके अलावा ब्रिटानिया के निदेशक मंडल ने 8 मई 2025 से वरुण बेरी को कंपनी का मुख्य कार्य अधिकारी भी नामित किया है।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज (डीआरएल) का समेकित कर बाद लाभ (पीएटी) सालाना आधार पर 22 फीसदी बढ़कर 1,593.9 करोड़ रुपये रहा। राजस्व 20 फीसदी बढ़कर 8,506 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही में एबिटा 2,474.9 करोड़ रुपये या राजस्व का 29 फीसदी रहा। कंपनी का शेयर बीएसई पर दिन के कारोबार में 0.67 फीसदी तक चढ़ गया था।
तिमाही आधार पर कंपनी का राजस्व 2 फीसदी बढ़ा जबकि पीएटी में 13 फीसदी इजाफा हुआ। तिमाही में सकल मार्जिन 55.6 फीसदी रहा जो वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही और वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही से करीब 3 फीसदी तक कम है। पूरे वर्ष में पीएटी 5,654.4 करोड़ रुपये रहा, जो 2 फीसदी तक अधिक है जबकि राजस्व 17 प्रतिशत बढ़कर 32553.5 करोड़ रुपये हो गया। वर्ष के लिए एबिटा 9,213.3 करोड़ रुपये या राजस्व का 28.3 प्रतिशत रहा।
पूरे वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत खर्च 2,699 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2024 के 1,517 करोड़ रुपये की तुलना में अधिक है। तिमाही में आरऐंडडी खर्च कुल राजस्व का 8.5 फीसदी रहा जो वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 9.7 फीसदी से कम है।