आईटीसी का वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ 2.7 प्रतिशत बढ़कर 5,126.11 करोड़ रुपये हो गया। इसमें मुख्य रूप से सिगरेट कारोबार का योगदान रहा। एक साल पहले इसी अवधि में शुद्ध लाभ 4,992.87 करोड़ रुपये रहा था। होटल व्यवसाय को 1 जनवरी, 2025 से प्रभावी तौर पर अलग कर दिया गया। वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में निरंतर परिचालन से शुद्ध लाभ 5,186.55 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की इसी अवधि के 4,979.14 रुपये से 4.2 प्रतिशत अधिक है। शुद्ध लाभ ब्लूमबर्ग के 5,080 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रहा।
कंपनी ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 21,255.86 करोड़ रुपये का समेकित सकल राजस्व दर्ज किया। यह एक साल पहले के 21,536.38 करोड़ रुपये की तुलना में 1.3 प्रतिशत कम है। शुद्ध राजस्व 19,502 करोड़ रुपये रहा जो ब्लूमबर्ग के 19,774 करोड़ रुपये के अनुमान से थोड़ा कम है। तिमाही दर तिमाही शुद्ध राजस्व में 9.3 प्रतिशत की गिरावट आई।
कंपनी के बोर्ड ने गुरुवार को जी20 के पूर्व शेरपा और नीति आयोग के सीईओ रह चुके अमिताभ कांत को 1 जनवरी, 2026 से पांच साल की अवधि के लिए स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की। बोर्ड ने 12 अगस्त, 2026 से दो वर्ष की अवधि के लिए हेमंत मलिक को पूर्णकालिक निदेशक के रूप में पुनः नियुक्त करने को भी मंजूरी दे दी। कंपनी ने कहा कि उसकी सहायक कंपनी सूर्या नेपाल प्राइवेट लिमिटेड ने सितंबर 2025 के दौरान नेपाल में व्यवधानों के बावजूद मजबूत प्रदर्शन किया।
कृषि को छोड़कर अन्य परिचालन व्यवसायों से राजस्व में वृद्धि हुई। आईटीसी के गैर-सिगरेट एफएमसीजी खंड ने परिचालन चुनौतियों के बावजूद पिछले वर्ष की तुलना में 8.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6,059.12 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया। कंपनी ने कहा कि देश के कई हिस्सों में अत्यधिक बारिश और नई जीएसटी व्यवस्था में बदलाव के कारण परिचालन संबंधी चुनौतियां पैदा हुईं जिससे अल्पकालिक व्यावसायिक व्यवधान हुए। इस खंड से कर-पूर्व लाभ 438.72 करोड़ रुपये रहा जो एक वर्ष पहले के 444.24 करोड़ रुपये से थोड़ा कम है।
कृषि व्यवसाय खंड ने 4,037.80 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया जो पिछले वर्ष की तुलना में 30.9 प्रतिशत कम है। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान मूल्यवर्धित कृषि निर्यात अपेक्षाकृत कम रहा क्योंकि अमेरिकी टैरिफ की अनिश्चितता के बीच ग्राहकों ने देरी से निर्यात रोका।
हालांकि, इस क्षेत्र से कर-पूर्व लाभ सालाना आधार पर 1.5 प्रतिशत बढ़कर 453.61 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान पेपरबोर्ड, कागज और पैकेजिंग के लिए परिचालन माहौल चुनौतीपूर्ण रहा।
इस खंड का राजस्व 2,220.32 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.02 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, कर-पूर्व लाभ 181.39 करोड़ रुपये रहा जो 22.8 प्रतिशत कम है।
लागत में कमी और निर्यात में उल्लेखनीय उछाल के कारण ह्युंडै मोटर इंडिया का समेकित शुद्ध लाभ 2025-26 (वित्त वर्ष 26) की दूसरी तिमाही में 14.3 प्रतिशत बढ़कर 1,572 करोड़ रुपये हो गया। ह्युंडै मोटर इंडिया ने दूसरी तिमाही में कुल 51,400 वाहनों का निर्यात किया जो पिछले वर्ष की तुलना में 21.5 प्रतिशत की वृद्धि है। इससे कंपनी को मदद मिली क्योंकि इसी तिमाही में उसकी घरेलू बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 6.8 प्रतिशत घटकर 1,39,521 वाहन रह गई।
ह्युंडै मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक उनसू किम ने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम अपने प्रमुख निर्यात बाजारों में मांग में बढ़िया वृद्धि देख रहे हैं। पश्चिम एशिया और अफ्रीका में मात्रा में 35 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। मेक्सिको में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हमें उम्मीद है कि वृद्धि की इस रफ्तार में हमें अपने नए संयंत्र की क्षमता और नए मॉडल लॉन्च का लाभ मिलेगा।’ दक्षिण कोरियाई कार निर्माता की वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में कुल आय 1.4 प्रतिशत बढ़कर 17,692 करोड़ रुपये हो गई।
फार्मा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सिप्ला ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के दौरान अपने समेकित शुद्ध लाभ में सालाना 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की। उसका लाभ 1,351 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने अब तक का अपना सर्वोच्च तिमाही राजस्व 7,589 करोड़ रुपये दर्ज किया जो 7.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। यह वृद्धि विभिन्न बाजारों में कंपनी के मजबूत प्रदर्शन के कारण हुई। तिमाही दर तिमाही शुद्ध लाभ में 4 प्रतिशत का इजाफा हुआ और राजस्व में भी 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
बीएसई पर सिप्ला के शेयर 2.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1540 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। कंपनी ने कहा कि उसके प्रबंध निदेशक और वैश्विक सीईओ उमंग वोहरा ने 31 मार्च, 2026 को अपना वर्तमान कार्यकाल पूरा होने पर पुनर्नियुक्ति नहीं लेने का फैसला किया है। सिप्ला ने अपने वैश्विक मुख्य परिचालन अधिकारी अचिन गुप्ता को पांच साल के कार्यकाल के लिए प्रबंध निदेशक और वैश्विक मुख्य कार्याधिकारी के रूप में पदोन्नत करने की घोषणा की है। गुप्ता 1 जनवरी, 2026 से एमडी एवं जीसीईओ के पद पर कार्यभार संभालेंगे और वोहरा का स्थान लेंगे जो 2016 से सिप्ला का नेतृत्व कर रहे हैं।