चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में खुदरा बिक्री वृद्धि थोक बिक्री से पिछड़ गई। विश्लेषकों का अनुमान है कि इस तिमाही के दौरान मुख्य रूप से दोपहिया श्रेणी की वजह से वाहन क्षेत्र के मूल उपकरण विनिर्माता (ओईएम) 10 प्रतिशत की वॉल्यूम वृद्धि दर्ज करेंगे।
जहां तक राजस्व वृद्धि की बात है तो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के दौरान इसमें नौ से 10 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है जबकि एबिटा में 14 से 17 प्रतिशत की वृद्धि और करोपरांत लाभ (PAT) में 18 प्रतिशत के दायरे में वृद्धि हो सकती है।
मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों ने कहा है कि वाहन क्षेत्र के ओईएम में पिछले साल की तुलना में कुल मिलाकर 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज हो सकती है। इसमें दोपहिया वाहनों में 11 प्रतिशत तक की वृद्धि शामिल है। यात्री वाहनों में छह प्रतिशत तथा वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों में चार प्रतिशत की वृद्धि संभव है।
विश्लेषकों ने कहा, ‘हमें वित्त वर्ष 24-26 के दौरान में दोपहिया वाहनों के लिए नौ प्रतिशत, यात्री वाहनों के लिए छह प्रतिशत और ट्रैक्टरों के लिए पांच प्रतिशत के वॉल्यूम सीएजीआर का अनुमान है। इसी दौरान तिपहिया और वाणिज्यिक वाहनों में क्रम से 8 प्रतिशत और 7 प्रतिशत के वॉल्यूम सीएजीआर का अनुमान है।’
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में प्रमुख कमोडिटी की कीमतों – एल्युमीनियम (15 प्रतिशत), तांबा (16 प्रतिशत), सीसा (पांच प्रतिशत), रबर (पांच प्रतिशत) और प्लैटिनम (नौ प्रतिशत) की वृद्धि हुई। विश्लेषकों को उम्मीद है कि कच्चे माल की बढ़ती लागत का असर दूसरी तिमाही से दिखाई देगा।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वाहन क्षेत्र के ओईएम (टाटा मोटर्स को छोड़कर) दोपहिया उत्पादन के वॉल्यूम में लगभग 14 प्रतिशत की सालाना वृद्धि, यात्री वाहन उत्पादन के वॉल्यूम में एक अंक की निचले स्तर की वृद्धि तथा मूल्य वृद्धि और बेहतर वाहन मेल के कारण औसत बिक्री मूल्यों में एक अंक में मध्य स्तर के सुधार पर पिछले साल के मुकाबले 10 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज करेंगे।
कोटक के विश्लेषकों ने कहा, ‘हमारा अनुमान है कि वाहन क्षेत्र के ओईएम के लिए वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के दौरान तिमाही आधार पर एबिटा मार्जिन (टाटा मोटर्स को छोड़कर) 20 आधार अंक तक घट जाएगा, जिसका मुख्य कारण ऋणात्मक परिचालन लाभ और कच्चे माल की दिक्कत है, जो आंशिक रूप से बेहतर उत्पाद मिश्रण से संतुलित हुआ है।’
इस बीच पाउंड और यूरो के मुकाबले रुपये में गिरावट से टाटा मोटर्स-जगुआर लैंड रोवर, संवर्धन मदरसन इंटरनैशनल वगैरह को फायदा होगा। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट बजाज ऑटो, टीवीएस आदि के लिए सकारात्मक है। रुपये के मुकाबले जापानी येन में गिरावट मारुति सुजूकी इंडिया और होंडा मोटर कंपनी के लिए सकारात्मक है।
नुवामा के विश्लेषकों ने कहा कि ओईएम और सहायक कंपनियों के साथ अपनी हालिया बैठकों में उन्होंने दोपहिया, यात्री वाहन और ट्रैक्टर श्रेणी में घरेलू और विदेशी वाहनों में वृद्धि के संबंध में अपने रचनात्मक दृष्टिकोण की पुष्टि की। इस तरह वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के दौरान घरेलू दोपहिया वाहनों का वॉल्यूम पिछले साल के मुकाबले लगभग 19 प्रतिशत बढ़ा। बेहतर शहरी-ग्रामीण मांग, किफायती मोटरसाइकलों की मांग में तेजी और कर्ज की बेहतर उपलब्धता के कारण वॉल्यूम प्रदर्शन दमदार रहा है।
घरेलू यात्री वाहन उद्योग का वॉल्यूम पिछले साल की तुलना में करीब तीन प्रतिशत बढ़ा। विश्लेषकों का अनुमान है कि महिंद्रा ऐंड महिंद्रा का वाहन खंड पिछले साल की तुलना में 18 प्रतिशत (17 प्रतिशत की कुल राजस्व वृद्धि) की जोरदार तिमाही वृद्धि दर्ज कर सकती है जबकि मारुति सुजूकी छह प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दिखा सकती है। टाटा मोटर्स की यात्री वाहन श्रेणी में सालाना आधार पर चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज हो सकती है।