वॉलमार्ट इंक अपने अंतरराष्ट्रीय विस्तार के अगले चरण को बढ़ाने के लिए भारत, मेक्सिको और चीन पर दांव लगा रही है। वह इन तेजी से बढ़ते बाजारों में ई-कॉमर्स और ओमनीचैनल क्षमताओं को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रही है। वॉलमार्ट इंटरनैशनल की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी कैथरीन मैक्ले के अनुसार खुदरा क्षेत्र की यह दिग्गज कंपनी इन क्षेत्रों को अपने वैश्विक पोर्टफोलियो में रणनीतिक प्राथमिकताओं के रूप में देख रही है। यह अनुभाग अमेरिका के बाहर बेंटनविले, अर्कांसस की खुदरा विक्रेता के संचालन पर नजर रखती है, जिसमें इसके वैश्विक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी शामिल हैं।
मैक्ले ने कहा कि 1.4 अरब लोगों का देश भारत ई-कॉमर्स में बड़े अवसर को दर्शाता है। अनुमान है कि भारत की इंटरनेट इकॉनमी साल 2030 तक 1 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगी, जिसका मुख्य कारण ई-कॉमर्स है। फिर भी ऑनलाइन पैठ मात्र 9 प्रतिशत के साथ अपेक्षाकृत कम है। यह बात विकास की संभावना को उजागर करती है। इस अवसर का लाभ उठाने के लिए वॉलमार्ट लगातार अपने फ्लिपकार्ट कारोबार का निर्माण कर रही है और स्थापित चैनलों तथा नए खुदरा प्रारूपों, दोनों में ही निरंतर निवेश किया जा रहा है।
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अमेरिका में बर्नस्टीन के 41वीं वार्षिक रणनीतिक निर्णय सम्मेलन 2025 में बर्नस्टीन के विश्लेषक झिहान मा के साथ जोरदार चर्चा के दौरान मैक्ले ने कहा, ‘हमें उस बाजार में बहुत बड़े अवसर देख रहे हैं और हम फ्लिपकार्ट कारोबार को बढ़ा रहे हैं।’
वॉलमार्ट ने फरवरी 2018 में ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के 16 अरब डॉलर के अधिग्रहण के जरिये भारत में प्रवेश किया था, जो विशुद्ध रूप से ऑनलाइन 3पी (थर्ड-पार्टी) मार्केटप्लेस के रूप में काम करती है। फ्लिपकार्ट का मूल आधार ब्रांडेड वस्तुओं को मझोले और छोटे शहरों में लाना था, जहां पहले ऐसी वस्तुओं तक पहुंच सीमित थी। इन क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को अक्सर लिवाइस जैसे उत्पाद तलाशन के लिए बड़े शहरों की यात्रा करनी पड़ती थी।
फ्लिपकार्ट ने शुरू में मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक्स और परिधान जैसी श्रेणियों पर ध्यान केंद्रित किया तथा इन मुख्य श्रेणियों ने तब से लाभ हासिल कर लिया है। मैक्ले ने कहा कि जैसे-जैसे कारोबार परिपक्व हुआ, फ्लिपकार्ट विकसित हो रही ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी रेंज और अपनी पूरी पेशकश दोनों का विस्तार कर रही है।
मैक्ले ने कहा कि हाल के वर्षों में क्विक कॉमर्स भारत में प्रमुख चलन के रूप में उभरा है, जिसे 15 मिनट या उससे कम समय में डिलिवरी के रूप में परिभाषित किया गया है। इस बदलाव को पहचानते हुए फ्लिपकार्ट ने अपने ‘मिनट्स बिजनेस’ को विकसित किया है, जिसे विशेष रूप से इस नई तीव्र समय सीमा के भीतर डिलिवरी सक्षम करने के लिए डिजाइन किया गया है। कंपनी ने इस मॉडल की मदद के लिए 250 आपूर्ति केंद्र स्थापित किए हैं। यह केवल एक साल पहले के अपने एक से दो दिन में डिलिवरी करने के वादे की तुलना में महत्वपूर्ण परिवर्तन है।