बेंगलूरु स्थित कंपनी मीशो (Meesho) अपने 251 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है, जो उसके कुल कर्मियों का 15 प्रतिशत है। ई-कॉमर्स कंपनी ने मुनाफा बढ़ाने और लागत घटाने के प्रयास में यह कदम उठाया है।
कंपनी ने शुक्रवार को हुई बैठक में छंटनी के बारे में कर्मचारियों को अवगत करा दिया है। मीशो के सह-संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी विदित आत्रे ने अपने कर्मियों को 5 मई को भेजे पत्र लिखकर ‘जरूरत से ज्यादा नियुक्ति करने’ की गलती को स्वीकार किया है।
आत्रे ने पत्र में कहा गया है, ‘हम 2020 से 2022 के बीच 10 गुना तक की तेजी से बढ़े, क्योंकि कोविड की वजह से बदलते हालात और बढ़ते निवेश से मदद मिली। हालात में काफी बदलाव आया है। इसकी वजह से हम अपना मुनाफा बढ़ाना होगा। हमें लागत के मोर्चे पर मजबूत बने रहना होगा।’
पत्र में कहा गया है, ‘तेजी से बदलते परिवेश में हमने समय से पहले ओवर-हायरिंग यानी ज्यादा नियुक्तियां करने के गलत निर्णय लिए। साथ ही हम अपना संगठनात्मक ढांचा ज्यादा प्रभावी और किफायती ढंग से चला सकते थे।’
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अप्रैल, 2022 में मीशो ने अपने ग्रोसरी वर्टिकल में कटौती की और करीब 150 कर्मियों को निकाला। मीडिया खबरों के अनुसार, उस समय प्रभावित हुए कर्मचारियों की वास्तविक संख्या करीब 400 थी। मीशो ने 4.9 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर सॉफ्टबैंक, प्रोसस, और फेसबुक जैसे निवेशकों से 1.1 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई।
मीशो के एक अधिकारी ने कहा, ‘हमने 251 कर्मियों को अलग करने का कठिन निर्णय लिया है। यह संख्या हमारे कुल कर्मचारी आधार का 15 प्रतिशत है। हम लगातार मुनाफा कमाने के लिए सुव्यवस्थित संगठनात्मक ढांचे के साथ काम करना चाहेंगे। हम प्रभावित कर्मियों के लिए अपना पूरा सहयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्हें कुछ महीनों का एकमुश्त सेवरेंस भुगतान भी किया जाएगा।’