JSW Infra Q3 results: देश की दूसरी सबसे बड़ी प्राइवेट पोर्ट (बंदरगाह) ऑपरेटर कंपनी JSW Infra ने शुक्रवार यानी 2 फरवरी को अपनी तीसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया।
JSW Infra ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा दोगुना से ज्यादा बढ़ा है। इसके पीछे मुख्य वजह कार्गो वॉल्यूम और ज्यादा टैरिफ है।
दिसंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दोगुना से ज्यादा बढ़कर 251 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 115 करोड़ रुपये था।
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JSW Infra का ऑपरेशन से रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में 18 फीसदी बढ़कर 940 करोड़ रुपये हो गया।
पारादीप और मैंगलोर में लौह अयस्क (iron ore) और कोयला टर्मिनलों (coal terminals) पर उच्च क्षमता उपयोग से कंपनी द्वारा प्रबंधित कार्गो वॉल्यूम 17 फीसदी बढ़कर 2.81 करोड़ टन हो गया।
नए बंदरगाहों और सुविधाओं (facilities) के जुड़ने से JSW Infra की कार्गो हैंडलिंग क्षमता बढ़कर 17 करोड़ टन प्रति वर्ष (MTPA) हो गई, जो कि इसके 2030 के टारगेट 300 MTPA के आधे से भी ज्यादा है।
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BSE पर आज JSW Infra के शेयरों में 6.60 फीसदी की तेजी देखी गई। कंपनी के शेयर आज 219.85 रुपये के भाव पर खुले और 224.25 रुपये पर बंद हुए। JSW Infra के शेयर की 52-सप्ताह की निचली कीमत 142 रुपये और उच्चतम कीमत 247 रुपये है।
जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे पोर्ट ऑपरेटरों को वाणिज्यिक गतिविधि और त्योहारी सीजन की मांग के बीच तिमाही में देश के अंदर और बाहर कार्गो मूवमेंट में वृद्धि से लाभ हुआ।
टैरिफ बढ़ोतरी के रूप में ग्राहकों पर थोपी गई ज्यादा ट्रांजिट खर्च (Higher transit costs) से भी मदद मिली। अक्टूबर की मंदी के बाद नवंबर में वैश्विक माल ढुलाई दरों में क्रमिक रूप से 7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।