गुरुवार को भारत की Ireda, SJVN, GMR एनर्जी और नेपाल की बिजली कंपनी नेपाल विद्युत प्राधिकरण ने एक ऐसा समझौता किया, जो दोनों देशों के लिए बड़ी कामयाबी साबित हो सकता है। ये समझौता नेपाल में 900 मेगावाट का अपर कर्णाली हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट बनाने का है। इस मौके पर आईआरईडीए ने कहा, “हमने यह समझौता क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी लाने के लिए किया है।”
यह प्रोजेक्ट बिल्ड-ओन-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOOT) मॉडल पर काम करेगा। मतलब इसे बनाया जाएगा, चलाया जाएगा और 25 साल बाद नेपाल सरकार को सौंप दिया जाएगा। आईआरईडीए के सीएमडी प्रदीप कुमार दास ने कहा, “यह समझौता भारत-नेपाल के बीच सहयोग का एक शानदार उदाहरण है। यह परियोजना न केवल सस्ती और स्वच्छ बिजली देगी, बल्कि पर्यावरण को भी फायदा पहुंचाएगी।”
आईआरईडीए, जो भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत काम करती है, नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स के लिए फंड देती है। यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक बिजली प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि भारत और नेपाल के रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने का एक कदम भी है। जल्द ही यह प्रोजेक्ट सच्चाई बनकर ऊर्जा उत्पादन शुरू करेगा।
आज Ireda के शेयरों में 1.28% और SJVN के शेयरों में 3.85% की बढ़त देखने को मिली और दोनों क्रमशः 206.80 और 101 पर बंद हुए। (PTI के इनपुट के साथ)