facebookmetapixel
हर साल रिटर्न जरूरी नहीं, इक्विटी सबसे लंबी अवधि का एसेट क्लास है: मॉर्गन स्टेनली एमडी रिधम देसाई‘उबाऊ’ बाजार से मत घबराओ, यहीं से शुरू होगी भारत की नई उड़ान – मार्क मैथ्यूजबाजार डगमगाए, मगर निवेश मत रोकिए! फंड गुरुओं ने बताया पैसा बढ़ाने का असली राजNSE IPO का इंतजार जल्द खत्म! सेबी चीफ बोले – अब देर नहीं, लिस्टिंग की राह खुली1 लाख फेक अकाउंट बंद, NSE IPO आने को तैयार – सेबी चीफ ने बताया भारत का फाइनेंस फ्यूचरSEBI के नए नियम, अब बैंक निफ्टी में होंगे 14 शेयर; टॉप स्टॉक्स के वेटेज पर लिमिटApple India को ​सितंबर तिमाही में रिकॉर्ड रेवेन्यू, iPhone की दमदार बिक्री से मिला बूस्टIndia’s Biggest BFSI Event – 2025 | तीसरा दिन (हॉल- 2)Swiggy के शेयर में 34% तक उछाल की संभावना! Nomura और Motilal Oswal ने कहा – खरीद लोसोने के भाव फिसले, चांदी की कीमतों में भी गिरावट; चेक करें आज का भाव

सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने की डीजल में 15 फीसदी मेथनॉल मिश्रण की वकालत

मंत्री ने बताया कि डीजल की तुलना में एक चौथाई मेथनॉल की लागत आती है

Last Updated- June 27, 2023 | 10:36 PM IST
Nitin Gadkari
PTI

केंद्रीय यातायात मंत्री नितिन गडकरी ने लॉजिस्टक्स की लागत घटाने के महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय लक्ष्य को हासिल करने के लिए मेथनॉल ट्रक और मेथनॉल मिश्रित डीजल की वकालत की। इससे जीवाश्म ईंधन के आयात पर निर्भरता कम होगी।

गडकरी ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अब मेथनॉल ट्रक की संख्या बढ़ रही है जो उपलब्धि है। पेट्रोलियम मंत्रालय 15 फीसदी मेथनॉल मिश्रिति डीजल की नीति बनाने के लिए कार्य कर रहा है। हमने (यातायात मंत्रालय) ने सिफारिशें भेज दी हैं।’

मंत्री को असम में मेथनॉल अर्थव्यवस्था की सफलता की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘असम पेट्रोकेमिकल्स एक दिन में 100 टन मेथेनॉल तैयार कर रहा है। मैंने असम के मुख्यमंत्री से पूछा है कि क्या राज्य में ट्रकों को मेथनॉल ट्रकों में बदला जा सकता है। इससे लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी।’

मेथनॉल एक निम्न कॉर्बन, हाइड्रोजन वाहक ईंधन है। यह कोयले की राख, कृषि अवशेषों और थर्मल पावर प्लांटों और प्राकृतिक गैस की कार्बनडॉइआक्साइड से बनता है।

सरकार की नीति बनाने वाला निकाय नीति आयोग ने मेथनॉल अर्थव्यवस्था के विस्तार के लिए रोडमैप तैयार किया है। आयोग ने कहा, ‘गैसोलीन में 15 फीसदी मेथनॉल के मिश्रण से कच्चे तेल / गैसीलोन का 15 फीसदी कम आयात करना पड़ेगा। इससे जीएचजी के उत्सर्जन में 20 फीसदी की कमी आएगी। इससे नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर ऑक्साइड में गिरावट आएगी और शहरी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता सुधरेगी।’

मंत्री ने बताया कि डीजल की तुलना में एक चौथाई मेथनॉल की लागत आती है। ट्रक को ईंधन बदलने पर फायदा होगा। उन्होंने हाल ही में घोषणा की थी कि ट्रकों में एसी कैबिन होंगे और इस सिलसिले में नियामक भी बनाए गए हैं।

एक लाख करोड़ रुपये की लागत वाला दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 62 फीसदी पूरा हो चुका है और इसके 2024-25 तक पूरा होने की उम्मीद है। दिल्ली – अमृतसर – कटरा एक्सप्रेस वे 2025-26 तक पूरा होने की उम्मीद है और इसके बनाने पर 37,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

कई सड़कों पर तीव्र मोड़ और सड़क सुरक्षा पर मंत्री ने कहा कि कई सड़कों का निर्माण त्रुटिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि कई त्रुटिपूर्ण परियोजनाओं की पुन: जांच शुरू कर दी गई है।

First Published - June 27, 2023 | 10:25 PM IST

संबंधित पोस्ट