Bank nifty Stocks: मार्केट रेगुलेटर सेबी (Securities and Exchange Board of India) ने निफ्टी बैंक इंडेक्स (Bank Nifty) पर डेरिवेटिव्स के लिए नए नियम लागू किए हैं, जिनका मकसद जोखिम कम करना और डायवर्सिफिकेशन बढ़ाना है। नई अधिसूचना के अनुसार, अब बैंक निफ्टी इंडेक्स में कम से कम 14 बैंक शेयर शामिल होंगे, जबकि अभी इसमें 12 हैं। इसके अलावा, शीर्ष शेयर का वजन 33% से घटाकर 20% किया गया है। साथ ही शीर्ष तीन शेयरों का कुल वेटेज 62% से घटाकर 45% तक कर दिया है। इन बदलावों से HDFC बैंक, ICICI बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) जैसे प्रमुख बैंकों पर प्रभाव पड़ेगा।
सेबी ने कहा कि शीर्ष बैंकों के वेटेज को चार चरणों में घटाया जाएगा। पहला समायोजन दिसंबर 2025 में होगा और बाकी तीन मार्च 2026 तक पूरे होंगे। सेबी ने कहा कि यह प्रक्रिया धीरे-धीरे होगी ताकि फंड्स में मौजूद एसेट्स का समायोजन व्यवस्थित रूप से हो सके।
फिलहाल बैंक निफ्टी में IDFC फर्स्ट बैंक, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, फेडरल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, SBI, AU स्माल फाइनेंस बैंक, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं। नए नियमों के अंतर्गत, येस बैंक, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, और बैंक ऑफ इंडिया को भी शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।
BSE Bankex और NSE FinNifty जैसे अन्य फाइनैंशनल इंडेक्स में भी यह बदलाव दिसंबर 2025 तक एक ही चरण में लागू किए जाएंगे। यह कदम सेबी के मई 2025 के सर्कुलर के अनुरूप है, जिसका मकसद बेहतर रिस्क मैनेजमेंट और निवेशक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
