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Swiggy के शेयर में 34% तक उछाल की संभावना! Nomura और Motilal Oswal ने कहा – खरीद लो

फूड डिलीवरी में ग्रोथ, क्विक कॉमर्स में सुधार और मुनाफे की बढ़ती संभावनाओं से ब्रोकरेज फर्मों को कंपनी से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

Last Updated- October 31, 2025 | 10:28 AM IST
Swiggy share price

Swiggy Share Price Outlook: ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी पर दो बड़ी ब्रोकरेज फर्मों – नोमुरा और मोतीलाल ओसवाल ने भरोसा जताया है। दोनों फर्मों का कहना है कि कंपनी के कारोबार में मजबूती बनी हुई है और आने वाले महीनों में इसके शेयरों में 30 से 34 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी संभव है। नोमुरा ने स्विगी का टारगेट प्राइस ₹550 से बढ़ाकर ₹560 कर दिया है, जबकि मोतीलाल ओसवाल ने इसे ₹550 पर बरकरार रखा है। दोनों ने ही स्टॉक को ‘Buy’ (खरीदें) रेटिंग दी है।

नोमुरा के विश्लेषक अभिषेक भंडारी और करन नैण ने कहा कि अगर स्विगी अपना काम संतुलित और समझदारी से करती रही और मुनाफे तक पहुंचने की दिशा साफ रखी, तो इसका शेयर अच्छा चलेगा। वहीं मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि कंपनी का कामकाज सुधर रहा है और खर्च पर कंट्रोल होने से इसकी वित्तीय स्थिति (पैसों की हालत) भी बेहतर हो रही है।

क्या फूड डिलीवरी बिजनेस स्विगी की ग्रोथ को आगे बढ़ा रहा है?

सितंबर तिमाही (Q2 FY26) में स्विगी का फूड डिलीवरी कारोबार अच्छा चला। कंपनी की कुल ऑर्डर वैल्यू (GOV) पिछले तीन महीनों में 6% और पिछले साल के मुकाबले 19% बढ़ी। यह बढ़ोतरी जोमैटो की 18% ग्रोथ से थोड़ी ज्यादा रही।

कंपनी के मासिक ग्राहक (MTU) 5.7% बढ़कर 1.72 करोड़ हो गए, यानी अब ज़्यादा लोग हर महीने ऐप से खाना मंगवा रहे हैं। हर ऑर्डर से कंपनी की कमाई (टेक रेट) बढ़कर 25.8% हो गई, जबकि मुनाफे का हिस्सा (कॉन्ट्रिब्यूशन मार्जिन) 7.3% पर स्थिर रहा। भले ही कंपनी को मुकाबले के कारण सदस्यता शुल्क और न्यूनतम ऑर्डर वैल्यू घटानी पड़ी, लेकिन उसने अपने EBITDA मार्जिन को बढ़ाकर 2.8% कर लिया, यानी खर्चों के बाद भी कंपनी ने कमाई में सुधार किया।

नोमुरा के मुताबिक, स्विगी के कुल ऑर्डर मूल्य (GOV) और नेट ऑर्डर वैल्यू (NOV) में सिर्फ 0.5% का फर्क है, जबकि जोमैटो में यह फर्क करीब 4% है। इसका मतलब है कि स्विगी ने अपने दाम और बिक्री दोनों को बेहतर तरीके से संभाला है। नोमुरा को उम्मीद है कि आने वाले सालों (FY26–27) में स्विगी का फूड डिलीवरी कारोबार हर साल करीब 19–20% बढ़ेगा, और कंपनी का मुनाफा 7.7% तक पहुंच सकता है।

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क्विक कॉमर्स में स्विगी कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है?

स्विगी अब अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस (Instamart) को तेजी से बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। कंपनी ने इस कारोबार को और मजबूत बनाने के लिए करीब ₹10,000 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है। नोमुरा का कहना है कि यह कदम सही समय पर उठाया गया है, क्योंकि इस क्षेत्र में जेप्टो और ब्लिंकिट जैसी कंपनियां पहले से ही बड़े स्तर पर पैसा लगा रही हैं और प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है।

मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार, Instamart का प्रदर्शन भी अब बेहतर हो रहा है। सितंबर तिमाही में Instamart की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) ₹70,200 करोड़ रही, जो 107% सालाना बढ़ोतरी दिखाती है। कंपनी का कॉन्ट्रिब्यूशन मार्जिन भी सुधरा है। यह पहले -4.6% था, जो अब -2.6% पर आ गया है। वहीं, EBITDA मार्जिन (यानी मुनाफे का अनुपात) -15.8% से घटकर -12.1% पर पहुंच गया है। इन आंकड़ों से साफ है कि स्विगी का Instamart कारोबार धीरे-धीरे घाटे से उबरने की ओर बढ़ रहा है और आने वाले समय में यह कंपनी की कमाई का अहम हिस्सा बन सकता है।

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क्या स्विगी जल्द मुनाफे की राह पर लौट पाएगी?

मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर तिमाही में स्विगी की कुल आय ₹5,560 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही की तुलना में 12.1% ज्यादा है। हालांकि कंपनी को अभी भी ₹1,100 करोड़ का घाटा हुआ, लेकिन यह नुकसान कमाई में बढ़ोतरी और खर्च पर नियंत्रण की वजह से सीमित रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि फूड डिलीवरी में लगातार बढ़ोतरी, Instamart के ऑर्डर वैल्यू में सुधार, और फिक्स्ड खर्चों में कमी से कंपनी की कमाई की स्थिति (unit economics) बेहतर हो रही है। नोमुरा ने भी इस राय से सहमति जताते हुए कहा कि स्विगी का संचालन अब और कुशल हो रहा है, और कंपनी का मुनाफे की दिशा में साफ रास्ता दिखने लगा है। इससे आने वाले समय में उसकी लाभप्रदता (profitability) और बेहतर हो सकती है। हालांकि, दोनों ब्रोकरेज फर्मों ने चेतावनी दी है कि क्विक कॉमर्स में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और आर्थिक सुस्ती (macroeconomic slowdown) जैसे कारण स्विगी की ऑर्डर ग्रोथ को कुछ हद तक प्रभावित कर सकते हैं।

क्या निवेशकों के लिए अब Swiggy share पर दांव लगाना सही समय है?

दोनों ब्रोकरेज फर्मों नोमुरा और मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि स्विगी की स्थिति इस समय मजबूत और संतुलित है। कंपनी का फूड डिलीवरी कारोबार लगातार बढ़ रहा है, क्विक कॉमर्स बिजनेस तेजी पकड़ रहा है, और खर्च पर नियंत्रण भी बेहतर हो गया है। इन तीनों बातों के चलते उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ तिमाहियों में स्विगी का प्रदर्शन और बेहतर होगा।

नोमुरा ने स्विगी का टारगेट प्राइस ₹560 तय किया है, जबकि मोतीलाल ओसवाल ने इसे ₹550 रखा है। दोनों का अनुमान है कि मौजूदा स्तरों से कंपनी के शेयरों में 30 से 34 प्रतिशत तक की बढ़त संभव है। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि यह संकेत निवेशकों के लिए सकारात्मक है, क्योंकि स्विगी की ग्रोथ स्टोरी अभी खत्म नहीं हुई है, बल्कि अब कंपनी अपने अगले विकास चरण (next phase of growth) की तैयारी कर रही है।

(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जो​खिमों के अधीन है। निवेश संबंधित फैसले करने से पहले अपने एक्सपर्ट से परामर्श कर लें।)

First Published - October 31, 2025 | 10:28 AM IST

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