पिछले वित्त वर्ष (2023-24) के दौरान 18 प्रमुख सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनियों ने 1.17 लाख करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां बेचीं हैं। इसमें गोदरेज प्रॉपर्टीज 22,527 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग के साथ सबसे बड़ी कंपनी रही।
कुछ रियल एस्टेट कंपनियों को छोड़कर सभी प्रमुख डेवलपर्स की 2023-24 में बिक्री बुकिंग वित्त वर्ष 2022-23 के आंकड़ों से ज्यादा रही है। इसका मुख्य कारण प्रमुख शहरों में आवासीय संपत्तियों, विशेषकर बड़े और महंगे घरों की मजबूत मांग थी। उपभोक्ता मांग में उछाल के कारण कई डेवलपर्स ने वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड ऑर्डर बिक्री दर्ज की।
शेयर बाजार को दी गई सूचनाओं के अनुसार, 18 प्रमुख सूचीबद्ध रियल्टी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2023-24 में लगभग 1,16,635 करोड़ रुपये की संयुक्त बिक्री बुकिंग दर्ज की है, जो इसके पिछले वर्ष के लगभग 88,000 करोड़ रुपये से 33 प्रतिशत अधिक है। लगभग 1.17 लाख करोड़ रुपये की इन संयुक्त बिक्री बुकिंग में से अधिकांश आवासीय क्षेत्र से हैं।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों की बिक्री बुकिंग में इस उछाल का कारण कोविड-19 महामारी के बाद मजबूत आवास मांग और उन कंपनियों और ब्रांड की ओर मांग का स्थानांतरण है, जिनके पास परियोजनाओं को क्रियान्वित करने का बेहतर रिकॉर्ड है।
बिक्री बुकिंग के मामले में, गोदरेज प्रॉपर्टीज 22,527 करोड़ रुपये के साथ वित्त वर्ष 2023-24 में सबसे आगे रही है। बेंगलुरु की प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स ने 21,040 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की और इस मामले में दूसरी सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी बन गई।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे बड़ी रियल्टी कंपनी डीएलएफ ने पिछले वित्त वर्ष में 14,778 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग हासिल की।
‘लोढ़ा’ ब्रांड के तहत संपत्तियां बेचने वाली मुंबई की मैक्रोटेक डेवलपर्स ने 14,520 करोड़ रुपये बिक्री दर्ज की है। पिछले साल सूचीबद्ध हुई गुरुग्राम की सिग्नेचर ग्लोबल ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और पिछले वित्त वर्ष में 7,270 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग हासिल की, जो इससे पिछले वित्त वर्ष से दोगुने से भी अधिक थी।