ह्युंडै इंडिया महाराष्ट्र के तलेगांव में जनरल मोटर्स (GM) इंडिया का कारखाना खरीदना चाहती है और उसके लिए आज कंपनी ने करार किया। अमेरिका की कंपनी GM ने जनवरी 2020 में यही संयंत्र बेचने के लिए चीन की ग्रेट वॉल मोटर्स के साथ करार किया था मगर चीनी कंपनी को समय पर भारत सरकार से जरूरी मंजूरी नहीं मिल पाईं और सौदा नहीं हो सका।
जनरल मोटर्स ने 2020 में तलेगांव संयंत्र में उत्पादन बंद कर दिया था। 2008 में शुरू हुए इस संयंत्र में हर साल 13 लाख कार और 16 लाख इंजन बनाए जा सकते हैं। अगर ह्युंडै यह सौदा पूरा कर लेती है तो भारत में उसकी उत्पादन क्षमता दोगुनी से भी ज्यादा हो जाएगी।
कोरिया की इस कंपनी के फिलहाल चेन्नई के पास दो कारखाने हैं, जिनमें सालाना 8.24 लाख कार बन सकती हैं। दोनों कारखाने अभी 93 फीसदी क्षमता पर चल रहे हैं।
ह्युंडै ने कहा, ‘सौदे के तहत जनरल मोटर्स इंडिया के तलेगांव संयंत्र की जमीन, इमारत और उत्पादन से जुड़ी मशीनरी तथा उपकरणों का अधिग्रहण किया जाएगा।’ इन संपत्तियों की निश्चित खरीद का सौदा इस बात पर निर्भर करेगा कि कंपनी को संबंधित सरकारी विभागों से नियामकीय मंजूरी और सभी हितधारकों से मंजूरी मिलती है या नहीं।
ह्युंडै इंडिया कार उत्पादन के मामले में मारुति सुजूकी के बाद दूसरी सबसे बड़ी भारतीय कंपनी है। मगर इसकी बाजार हिस्सेदारी केवल 14.9 फीसदी है, जबकि मारुति का 42.3 फीसदी बाजार पर कब्जा है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से फरवरी तक ह्युंडै की बिक्री 18.3 फीसदी बढ़ गई और उसने कुल 5,16,946 कार बेचीं।
टाटा मोटर्स देश की तीसरी सबसे बड़ी कार कंपनी है और ह्युंडै को कड़ी टक्कर दे रही है। यदि ह्युंडै को तलेगांव कारखाना मिल गया तो वह टाटा मोटर्स से काफी आगे निकल सकती है।
जनरल मोटर्स का अभी भारतीय सहयोगी कंपनी के कर्मचारी यूनियन के साथ विवाद चल रहा है। यूनियन में तलेगांव संयंत्र के करीब 1,000 कर्मचारी शामिल हैं और वह चाहता है कि बीच की अवधि के लिए नए खरीदार के साथ उनकी नौकरी और पगार पक्की की जाए।
पुणे औद्योगिक अदालत के निर्देश के तहत हाल ही में एक मध्यस्थ ने कंपनी तथा यूनियन के साथ दो दौर की बातचीत की है। लेकिन अदालत से बाहर की बातचीत का अभी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि संभावित खरीदार ह्युंडै इन कर्मचारियों को काम पर रखेगी या नहीं।
वित्त वर्ष 2022 में ह्युंडै को कर काटने के बाद 2,861 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, जो उससे पिछले वित्त वर्ष से 54 फीसदी अधिक रहा। ह्युंडै इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी उन्सू किम ने जनवरी में कहा था कि कंपनी 2028 तक 6 इलेक्ट्रिक वाहन लाना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘ह्युंडै पहली कंपनी थी, जिसने 2019 में लंबी दूरी तक चलने वाली इलेक्ट्रिक एसयूवी कोना इलेक्ट्रिक उतारी। हम भारत में 2028 तक 6 इलेक्ट्रिक वाहन लाने के लिए चरणद्ध तरीके से 4,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रहे हैं।’