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Hinduja Group की IIHL ने अनिल अंबानी की कंपनी खरीदने के लिए डेडलाइन से पहले चुकाए पैसे, NCLT ने दिया था ये आदेश

NCLT ने 8 अगस्त को हिंदुजा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी IIFL को आदेश दिया था कि वह 48 घंटे के भीतर लेनदारों के खातों में पैसे का ट्रांसफर करे।

Last Updated- August 11, 2024 | 5:40 PM IST
Reliance Capital

Reliance Capital Insolvency Case: अनिल अंबानी की दिवालिया कंपनी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (RCap) का अधिग्रहण करने के लिए इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL)) ने 48 घंटे के भीतर ही कर्जदाताओं की समिति (Committee of Creditors) और विस्तारा द्वारा नामित एस्क्रो अकाउंट में 2,750 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर कर दी है। कंपनी मामलों के कोर्ट यानी NCLT ने 8 अगस्त को हिंदुजा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी IIFL को आदेश दिया था कि वह 48 घंटे के भीतर लेनदारों के खातों में पैसे का ट्रांसफर करे।

इकनॉमिक टाइम्स (ET) ने सूत्रों के हवाले से बताया कि NCLT के आदेश के मुताबिक, 10 अगस्त की डेडलाइन समाप्त होने से पहले ही यानी रविवार की सुबह पैसा अदा कर दिया गया। IIHL ने बैंकों द्वारा एक बाध्यकारी टर्म शीट (binding term sheet) भी दी है, जिसमें ट्रांजैक्शन को फाइनेंस करने के लिए उसके द्वारा लिए गए लोन की डिटेल है।

क्या है मामला

दरसअल, अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल के कर्जदाताओं की समिति (CoC) ने मॉरीशस के हिंदुजा ग्रुप की सब्सिडियरी IIHL को एक लेटर लिखकर कहा था कि वह RCap के अधिग्रहण के लिए अपने इक्विटी योगदान के रूप में 2,750 करोड़ रुपये 31 जुलाई की डेडलाइन से पहले जमा करने में विफल रही है। लेकिन हिंदुजा ग्रुप ने पैसा जमा करने में चूकने की बात से साफ इनकार कर दिया।

गौरतलब है कि रिलायंस कैपिटल की हिस्सेदारी खरीदने के लिए IIHL ने दिसंबर 2022 में 9,561 करोड़ रुपये की सबसे ऊंची बोली लगाई थी, लेकिन मामला मुकदमेबाजी में फंस गया और यह NCLT पहुंच गया।

23 जुलाई के NCLT के आदेश के मुताबिक, IIHL को 31 जुलाई तक इक्विटी का हिस्सा 2,750 करोड़ रुपये चुकाना था। लेकिन IIHL ने यह कहते हुए लेनदारों को भुगतान नहीं किया कि एस्क्रो खाते को लेकर लेनदार कुछ पहले की शर्तों को पूरा करे।

रिलायंल कैपिटल ने अपने एक एफिडेविट में कहा था कि IIHL ने CoC के एस्क्रो खाते के बजाय अपने प्रमोटरों को 250 करोड़ रुपये और 2,500 करोड़ रुपये अपने खातों में ट्रांसफर किए। IIHL ने यह कहते हुए जवाब दिया कि वह आवश्यक एस्क्रो खाते के डिटेल का इंतजार था और कंपनी प़ॉजिटिव भरोसे के साथ काम कर रही है।

NCLT ने IIHL को 31 जुलाई तक इक्विटी योगदान एस्क्रो खाते में जमा करने के लिए कहा था और पूरी प्रक्रिया को निपटाने की तारीख 10 अगस्त तक बढ़ा दी थी। 8 अगस्त के अपने आदेश में NCLT ने कहा कि हिंदुजा ग्रुप ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए लेनदारों के तय खातों में रकम जमा नहीं कराई, जो अदालत के आदेश का उल्लंघन है।

IIHL जुटा रही 7,300 करोड़ रुपये

NCLT ने IIHL को 7,300 करोड़ रुपये के फंड पर टर्मशीट का खुलासा लेनदारों की मॉनिटरिंग कमेटी को करने का भी निर्देश दिया था, जो वह कर्ज के जरिए जुटा रही है।

First Published - August 11, 2024 | 5:01 PM IST

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