एवी बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज की घरेलू डेकोरेटिव पेंट व्यवसाय में दस्तक इस उद्योग की मौजूदा कंपनियों की चमक फीकी कर रही है। उसकी वजह से पिछले चार साल में सूचीबद्ध पेंट कंपनियों के बाजार पूंजीकरण और इक्विटी मूल्यांकन में बड़ी गिरावट आई है। यह अलग बात है कि मौजूदा कंपनियों का नुकसान ग्रासिम इंडस्ट्रीज के लिए फायदेमंद रहा है। एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स, कंसाई नेरोलैक और एक्जो नोबल जैसी मौजूदा कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में हुए नुकसान की भरपाई काफी हद तक ग्रासिम इंडस्ट्रीज के बाजार पूंजीकरण में वृद्धि से हुई है।
देश की शीर्ष चार सूचीबद्ध पेंट निर्माताओं और ग्रासिम इंडस्ट्रीज का संयुक्त बाजार पूंजीकरण पिछले चार वर्षों में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये के दायरे में रहा है। लेकिन कुल हिस्सेदारी में ग्रासिम का हिस्सा लगातार बढ़ रहा है।
Also Read: Air India हादसे के पीड़ितों को जल्द मिलेगा बीमा क्लेम, IRDAI ने कंपनियों को दिए सख्त निर्देश
उदाहरण के लिए शीर्ष चार सूचीबद्ध पेंट कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण जून 2021 से 23 फीसदी या करीब 94,000 करोड़ रुपये घटा है। इस दौरान ग्रासिम का बाजार पूंजीकरण 84 फीसदी या 83,000 करोड़ रुपये तक बढ़ा है।
गुरुवार को चार कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 3.13 लाख करोड़ रुपये रहा, जो दिसंबर 2021 के 4.41 लाख करोड़ रुपये के ऊंचे स्तर से करीब 28 फीसदी कम है।
बाजार पूंजीकरण के संदर्भ में एशियन पेंट्स को सबसे अधिक नुकसान हुआ है और दिसंबर 2023 से इसका बाजार पूंजीकरण लगभग 35 प्रतिशत घट गया है। एशियन पेंट्स का बाजार पूंजीकरण 3.26 लाख करोड़ रुपये से घटकर 2.13 लाख करोड़ रुपये रह गया।
इसकी तुलना में ग्रासिम का शेयर भाव लगातार नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। ग्रासिम का बाजार पूंजीकरण गुरुवार को 1.82 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो दिसंबर 2021 के 1.07 लाख करोड़ रुपये और जून 2021 के 97,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
Also Read: SEBI के अनंत नारायण ने CFO और मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने की दी सख्त चेतावनी
निवेशक कंपनी के पेंट व्यवसाय के तेजी से बढ़ने और वित्तीय रूप से घाटा खत्म करके लाभ में पहुंचने के कारण इसे पसंद कर रहे हैं।
ग्रासिम के निदेशक मंडल ने अगले तीन साल में 5,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ देश के डेकोरेटिव पेंट कारोबार में उतरने और राष्ट्रीय स्तर पर बिक्री एवं वितरण नेटवर्क तैयार करने के लिए जनवरी 2021 में अपनी योजनाओं को मंजूरी दी थी।
कंपनी ने औपचारिक रूप से वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में डेकोरेटिव पेंट्स के बिड़ला ओपस ब्रांड को बाजार में पेश करके इस उद्योग में प्रवेश किया। कंपनी का लक्ष्य पूरे संचालन के साथ तीन वर्षों के अंदर 10,000 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व हासिल करना है, ताकि वह एशियन पेंट्स और बर्जर पेंट्स के बाद उद्योग में तीसरे सबसे मजबूत स्थान पर पहुंच सके।
Also Read: रुपया 86 के पार टूटा, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और पश्चिम एशिया तनाव का असर
तुलना की जाए तो एशियन पेंट्स ने वित्त वर्ष 2025 में 29,234 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री दर्ज की जबकि बर्जर पेंट्स ने इसी अवधि में 10,169 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री दर्ज की। ग्रासिम के पेंट्स व्यवसाय के कमर्शियल लॉन्च ने मौजूदा कंपनियों पर दबाव बढ़ा दिया है। उधर, ग्रासिम का शेयर दलाल पथ पर लगातार नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है।
मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने चौथी तिमाही के नतीजों के बाद इस शेयर पर अपनी खरीदें रेटिंग दोहराते हुए कहा, ‘वैश्विक चुनौतियों के कारण ग्रासिम के मुख्य व्यवसायों में मार्जिन का दबाव है क्योंकि मांग कमजोर है। हालांकि, पेंट और बी2बी ईकॉमर्स व्यवसायों ने अनुमान से बेहतर राजस्व दर्ज किया है।’मॉर्गन स्टैनली इंडिया के विश्लेषकों ने भी अपनी ताजा रिपोर्ट में ग्रासिम के शेयर भाव को अपग्रेड किया है।