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2025 में सोना बना सुरक्षित निवेश, बढ़ती कीमतों से गोल्ड लोन कंपनियों को फायदा

भूराजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंकों की मांग और अमेरिकी नीतियों के चलते सोने की कीमतों में उछाल, मुथूट फाइनैंस और मणप्पुरम फाइनैंस को लाभ

Last Updated- March 07, 2025 | 10:28 PM IST
Gold and Silver Rate today

निवेशकों में कम जोखिम उठाने की क्षमता के कारण 2025 में सोना सुरक्षित दांव बन गया है। यही वजह है कि इस की कीमतें ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं। पश्चिम एशिया में भूराजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंकों की मजबूत मांग (खासकर एशिया में) और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के निर्णय की वजह से सोने का हाजिर भाव 24 फरवरी, 2025 को अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2,956 डॉलर प्रति औंस के सर्वाधिक ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था।

भारत में स्वर्ण वायदा भाव फरवरी में भी मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर 86,000 रुपये प्रति 10 ग्राम को पार कर गया था। शेयर बाजार के निवेशकों के लिए मौजूदा परिदृश्य निवेश में विविधता को बढ़ावा दे रहा है जिस पर सतर्कता से अमल करने की जरूरत है। विश्लेषकों के अनुसार पीली धातु की कीमतों में उछाल से मुथूट फाइनैंस और मणप्पुरम फाइनैंस जैसे स्वर्ण फाइनैंसरों को फायदा होगा, जबकि ज्वैलरी शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

जियोजित फाइनैंशियल में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘सोने की कीमतों में तेजी के रुझान ने खासकर गोल्ड लोन सेगमेंट में वृद्धि के लिए अनुकूल परिवेश तैयार किया है। यह सेगमेंट सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव से निकटता से जुड़ा हुआ है।’ उम्मीद है कि सोने की बढ़ती कीमतें मध्यावधि में मुथूट फाइनैंस की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) में वृद्धि और परिसंपत्ति गुणवत्ता के लिहाज से अनुकूल साबित होंगी।

चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में मुथूट फाइनैंस ने शुद्ध लाभ में 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के 1,145 करोड़ रुपये के मुकाबले 1,392 करोड़ रुपये रहा। उसकी समेकित ऋण एयूएम 1,11,000 करोड़ रुपये को पार कर गई। इसमें से मुथूट फाइनैंस का गोल्ड लोन पोर्टफोलियो दिसंबर 2024 के अंत में 92,963.6 करोड़ रुपये था। दूसरी ओर, विनोद नायर मणप्पुरम फाइनैंस के प्रति ‘तटस्थ’ हैं और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी के गैर-स्वर्ण क्षेत्र में निवेश को चिंताजनक मान रहे हैं।

तीसरी तिमाही में, मणप्पुरम फाइनैंस का समेकित शुद्ध लाभ आधा घटकर 282 करोड़ रुपये रह गया जो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 575.31 करोड़ रुपये था। मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार मणप्पुरम की कुल एयूएम वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के अंत में 40,400 करोड़ रुपये थी। तीसरी तिमाही में स्वर्ण ऋण पोर्टफोलियो 20,800 करोड़ रुपये पर था। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, आईडीबीआई कैपिटल मार्केट सर्विसेज ने 200 रुपये प्रति शेयर के लक्ष्य के साथ मणप्पुरम फाइनैंस पर ‘होल्ड’ रेटिंग बरकरार रखी है।

First Published - March 7, 2025 | 10:28 PM IST

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