सरकारी क्षेत्र के पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने गुरुवार को बताया कि वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में उसने अक्टूबर-दिसंबर 2023 के मुकाबले 14.4 फीसदी ज्यादा घरेलू जमा हासिल कीं। बैंक ने अपने तिमाही नतीजे में बताया कि इस दौरान घरेलू ऋण में भी समान रूप से सालाना 14.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
हालांकि इसी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के मुकाबले बैंक का कर्ज उसे मिलने वाली जमा से ज्यादा तेज बढ़ी। जमाओं में इस दौरान 4.2 फीसदी की वृद्धि हुई, वहीं ऋण में 5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। दिसंबर की तिमाही के आखिर में पीएनबी की घरेलू जमाएं कुल 14.75 लाख करोड़ रुपये रहीं जबकि इसका घरेलू ऋण 10.61 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। कुल मिलाकर बैंक के घरेलू कारोबार ने तीसरी तिमाही में सालाना स्तर पर 14.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की और 4.5 फीसदी की क्रमिक वृद्धि दर्ज की जो कुल 25.37 लाख करोड़ रुपये रहा।
इसी तरह केरल के सीएसबी बैंक के तीसरी तिमाही के जमा आधार में सालाना स्तर पर 22.17 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई और यह 33,406 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इसके चालू खाता बचत खाता (कासा) जमाओं में सालाना आधार पर 6.6 फीसदी की वृद्धि हुई जबकि सावधि जमाओं में सालाना आधार पर 28 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। क्रमिक यानी तिमाही-दर-तिमाही आधार पर सीएसबी बैंक की जमाओं में करीब 5 फीसदी की बढ़त हुई।
सीएसबी बैंक के ऋण ने इस तिमाही के दौरान जमाओं को पीछे छोड़ दिया और यह सालाना 26.45 फीसदी की वृद्धि के साथ 28,914 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। दिलचस्प बात यह है कि इसके गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में सालाना 36 फीसदी की शानदार वृद्धि देखी गई। क्रमिक आधार पर ऋण पोर्टफोलियो में 7.6 फीसदी की वृद्धि रही और इसने बैंक की क्रमिक आधार पर जमा वृद्धि को पीछे छोड़ दिया।
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में साउथ इंडियन बैंक के अग्रिम ने जमा वृद्धि को पीछे छोड़ दिया। केरल के इस बैंक के ऋण में सालाना 12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और यह 86,965 करोड़ रुपये हो गया जबकि इसके जमा आधार में सालाना स्तर पर महज 6.28 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 1.05 लाख करोड़ रुपये हो गया।
आंकड़े दर्शाते हैं कि क्रमिक आधार पर साउथ इंडियन बैंक के ऋण में 2.65 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई जबकि इसकी जमाओं में पिछली तिमाही के मुकाबले 0.06 फीसदी की मामूली गिरावट दर्ज की गई। तमिलनाडु के करुर वैश्य बैंक ने इस हफ्ते की शुरुआत में अपनी तिमाही रिपोर्ट में बताया कि ऋण में सालाना 14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और यह 82,842 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इसकी जमाओं में सालाना 15.75 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और ऋण को पीछे छोड़ते हुए यह 99,155 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा।
इसके कुल कारोबार में सालाना आधार पर 14.93 फीसदी की बढ़त देखी गई और यह 31 दिसंबर 2024 को 1.82 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर रहा। भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 13 दिसंबर को खत्म हुए पखवाड़े के दौरान पूरे बैंकिंग तंत्र के ऋण में सालाना आधार पर 11.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि जमाओं में भी सालाना आधार पर 11.5 फीसदी की समान वृद्धि देखी गई। ज्यादातर बैंकों ने मौजूदा वित्त वर्ष में अपने ऋण वृद्धि लक्ष्य को कम किया है।