Top Residential Markets: एशिया -प्रशांत रीजन में सालाना मूल्य वृद्धि के मामले में अच्छा प्रदर्शन करने वाले 10 प्रमुख आवासीय बाजारों (Real Estate Market) में भारत के दो बाजार शामिल हैं।
प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक की वर्ष 2023 की दूसरी छमाही के लिए एशिया-प्रशांत आवासीय समीक्षा सूचकांक की रिपोर्ट में सालाना मूल्य वृद्धि के मामले में बेंगलूरू और मुंबई ने शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एशिया-प्रशांत आवासीय बाजारों में जगह बनाई है। एनसीआर ने 11 वा स्थान हासिल किया है।
इस रिपोर्ट के अनुसार एशिया-प्रशांत के 26 शहरों में से 21 शहरों ने सकारात्मक वार्षिक मूल्य वृद्धि दर्ज की है। जिसमें 13.7 फीसदी साल-दर-साल वृद्धि के साथ सिंगापुर ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है।
भारतीय शहरों में बेंगलूरू अव्वल
एशिया प्रशांत के 10 सबसे ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करने वाले शहरों में 2 शहर भारत के शामिल हैं। भारत के शहरों में बेंगलूरू ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में बेंगलूरू ने सालाना आधार पर आवासीय कीमतों में 7.1 फीसदी वृद्धि दर्ज की है। जो भारत के शहरों में सबसे ज्यादा है। साथ ही यह वृद्धि एशिया प्रशांत के शहरों में आठवीं सबसे बड़ी वृद्धि है।
एशिया प्रशांत में 7 फीसदी वृद्धि के साथ मुंबई ने 9 वा स्थान हासिल किया। एनसीआर 10 प्रमुख शहरों में शामिल होने से थोड़ा ही पीछे रह गया। लेकिन इसने 6 फीसदी वृद्धि के साथ 11 वां स्थान हासिल किया है। इन तीनों शहरों में मकानों की बिक्री की भारत के प्रमुख शहरों में कुल बिक्री में 60 फीसदी हिस्सेदारी है।
बेंगलुरु में 2023 की दूसरी छमाही में 27,799 मकानों की बिक्री हुई और औसत कीमत 5,900 रुपये वर्ग फुट दर्ज की गई। मुंबई में 46,073 मकान बिके, जबकि औसत कीमत 7,883 रुपये वर्ग फुट रही। एनसीआर में दूसरी छमाही में औसत कीमत 4,579 रुपये वर्ग फुट दर्ज की गई, जबकि 29,888 मकानों की बिक्री हुई।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, “2023 में उच्च ब्याज दरों और संपत्ति की कीमतों में वृद्धि के बावजूद भारत के प्रमुख शहरों में आवासीय संपत्ति की मांग एक दशक में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। ब्याज दरों में कमी और मजबूत आर्थिक विकास की संभावना के कारण वर्ष 2024 में भी आवासीय मांग में वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है।
नाइट फ्रैंक एशिया-पैसिफ़िक के प्रबंध निदेशक केविन कोपेल (Kevin Coppel ) ने कहा “फेड द्वारा दरों में बढ़ोतरी को रोकने के फैसले के बाद पिछले छह महीनों में आवासीय बाजार में उछाल आया, जिससे संभावित खरीदारों को प्रोत्साहन मिला, जो खरीदारी करने के लिए इंतजार कर रहे थे।
इनपुट लागत, मजदूरों की कमी और निर्माण में देरी आदि ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के कई शहरों में कीमतों को बढ़ाने में भूमिका निभाई है। सिंगापुर, सिडनी, ब्रिस्बेन, पर्थ, मनीला, दिल्ली और बेंगलूरू जैसे उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले शहरों को आपूर्ति से अधिक मांग और आशावादी आर्थिक विकास की संभावनाओं जैसे कारकों से लाभ हुआ है।