facebookmetapixel
₹2 लाख करोड़ आ सकते हैं भारत में! ब्लूमबर्ग जल्द कर सकता है बड़ा ऐलानDelhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण आपातकाल, AQI 600 पार; GRAP स्टेज 4 से कड़े नियम लागूअगर आपने SBI YONO ऐप में आधार अपडेट नहीं किया तो क्या होगा? जानें पूरी सच्चाईEmmvee Photovoltaic IPO की फ्लैट लिस्टिंग, निवेशकों को नहीं मिला लिस्टिंग गेन; शेयर ₹217 पर लिस्ट₹20 लाख की कारें धड़ाधड़ बिक रही हैं… भारतीय कर रहे धुआंधार खरीदारी, क्या है वजह?PhysicsWallah Share: ₹145 पर लिस्टिंग के बाद 12% उछला, प्रॉफिट बुक करना सही रहेगा या लॉन्ग टर्म के लिए करें होल्ड?JioFinance ऐप लाया नया फीचर, अब एक जगह ट्रैक कर सकेंगे अपना पूरा फाइनैंस150 नई स्कीमें! आखिर क्यों पैसिव फंड्स पर इतने आक्रामक हो गए म्युचुअल फंड हाउस?Tata Stock समेत इन दो शेयरों पर ब्रोकरेज बुलिश, ₹8,200 तक के दिए टारगेट्सउत्तराखंड सरकार को तीन महीने में कॉर्बेट रिजर्व सुधारने का SC का आदेश

Agnibaan Rocket: ‘अग्निबाण’ रॉकेट के उड़ान की अग्निकुल कॉसमॉस कर रही तैयारी, श्रीहरिकोटा से होगा प्रक्षेपण

Agnibaan SOrTeD एकल चरण वाला प्रक्षेपण वाहन है जो अग्निकुल के पेटेंट प्राप्त अग्निलेट इंजन द्वारा संचालित होता है

Last Updated- August 17, 2023 | 9:24 PM IST
Chennai-based Agnikul prepares for maiden sub-orbital flight of Agnibaan rocket

स्काईरूट एयरोस्पेस (kyroot Aerospace) के बाद चेन्नई स्थित अग्निकुल कॉसमॉस कंपनी श्रीहरिकोटा स्थित अपने प्रक्षेपण पैड से अपने 3डी-प्रिंटेड रॉकेट ‘अग्निबाण सबऑर्बिटल टेक्नोलॉजिकल डिमॉन्स्ट्रेटर’ (Agnibaan SubOrbital Technological Demonstrator-SOrTeD) की उपकक्षीय परीक्षण उड़ान को अंजाम देने के लिए पूरी तरह तैयार है।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि ‘अग्निबाण सोर्टेड’ एकल चरण वाला प्रक्षेपण वाहन है जो अग्निकुल के पेटेंट प्राप्त अग्निलेट इंजन द्वारा संचालित होता है जो पूरी तरह से 3 डी-प्रिंटेड, सिंगल-पीस, 6 केएन सेमी-क्रायोजेनिक इंजन है।

इसमें कहा गया, ‘अग्निकुल ने आने वाले कुछ हफ्तों में अपनी पहली उड़ान पूरी करने की योजना बनाई है।’ अग्निबाण सोर्टेड का अनावरण 15 अगस्त को श्रीहरिकोटा में अग्निकुल के मिशन नियंत्रण केंद्र (एएमसीसी) में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक ए राजाराजन और भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं अनुमोदन केंद्र के अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया था।

स्काईरूट एरोस्पेस पिछले साल नवंबर में देश में उपकक्षीय उड़ान भरने वाली पहली निजी कंपनी बन गई थी जब विक्रम-एस रॉकेट ने श्रीहरिकोटा में इसरो के प्रक्षेपण पैड से उड़ान भरी थी और यह 89.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचा था।

First Published - August 17, 2023 | 9:24 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट