Kharif Crops Sowing: चालू खरीफ सीजन में खरीफ फसलों की बोआई अंतिम चरण में चल रही है। पिछले साल की तुलना में अब तक 4 फीसदी ज्यादा खरीफ फसलें बोई जा चुकी हैं। साथ ही खरीफ फसलों की कुल बोआई सामान्य रकबा के करीब पहुंच गई। खरीफ सीजन के फसलों का कुल सामान्य रकबा 1096.65 लाख हेक्टेयर हैं जबकि अभी तक फसलों का रकबा 1039.81 लाख हेक्टेयर पहुंच चुका है।
इस सीजन की सबसे बड़ी फसल धान के रकबा में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मोटे अनाज और दलहन फसलों की बोआई भी बढ़ी है। लेकिन तिलहन फसलों के रकबा में गिरावट दर्ज की गई है। कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 15 अगस्त तक 1039.81 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई हो चुकी हैं, जो पिछली समान अवधि में 1002.41 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुआई हुई थी।
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चालू खरीफ सीजन में धान का रकबा 398.59 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया जो पिछली समान अवधि के 362.92 लाख हेक्टेयर से करीब 10 फीसदी ज्यादा है। खरीफ सीजन में धान का सामान्य रकबा 403.09 लाख हेक्टेयर है। इस सीजन में गन्ने का रकबा 2.94 फीसदी बढ़कर 57.31 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो कि पिछले सीजन में इस समय तक 55.68 लाख हेक्टेयर था। जबकि कपास के रकबे में 2.91 फीसदी की कमी देखने को मिल रही है। अभी तक कपास का रकबा 107.87 लाख हेक्टेयर पहुंचा है जबकि पिछले साल इस समय तक कपास का रकबा 111.11 लाख हेक्टेयर था।
दलहन फसलों का रकबा भी पिछले साल से बेहतर हो चुका है। 15 अगस्त तक 109.52 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलों की बुआई हो चुकी हैं, जबकि पिछली समान में यह आंकड़ा इससे करीब एक फीसदी कम यानी 108.39 लाख हेक्टेयर था। इस सीजन की प्रमुख फसल अरहर के रकबा में गिरावट आई है। इसका रकबा पिछले साल के 43.54 लाख हेक्टेयर से इस साल 3.08 फीसदी घटकर 42.20 लाख हेक्टेयर रह गया। उड़द का रकबा 4.63 फीसदी बढ़कर 20.82 लाख हेक्टेयर हो गया, जबकि मूंग का रकबा 2.87 फीसदी बढ़कर 33.70 लाख हेक्टेयर हो गया।
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खरीफ फसलों के कुल रकबा में भले बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लेकिन तिलहन फसलों की बोआई में कमी आई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 15 अगस्त तक 178.64 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले साल इसी अवधि के तिलहन रकबा 185.38 लाख हेक्टेयर से 3.63 फीसदी कम है। इस सीजन की प्रमुख तिलहन फसल सोयाबीन की बोआई 3.83 लाख हेक्टेयर घटकर 119.82 लाख हेक्टेयर रह गई।
कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 8 अगस्त तक मोटे अनाजों का रकबा 4.7 फीसदी बढ़कर 178.73 लाख हेक्टेयर हो गया। जो सामान्य रकबे का 99 फीसदी है। मक्का का रकबा बढ़कर 91.89 लाख हेक्टेयर हो गया जो उसके सामान्य रकबे 78.97 लाख हेक्टेयर से काफी ज्यादा है। ज्वार, बाजारी और रागी की बुवाई पिछले साल के करीब हुई है।