facebookmetapixel
सोना, चांदी और शेयर: मोतीलाल ओसवाल के एक्सपर्ट ने बताया- निवेश का नया फॉर्मूलाICICI Pru AMC का ₹10,600 करोड़ का IPO खुला, निवेश करें या रुकें? जानें ब्रोकरेज का नजरियाEquity Fund: कैसे चुनें पोर्टफोलियो के लिए ‘अच्छा’ इ​​​क्विटी फंड? एक्सपर्ट्स ने बताया सटीक फंडापगड़ी सिस्टम होगा खत्म? मुंबई के लाखों लोगों के लिए बड़ी खबरIndia Inc: कंपनियों के पास पैसा है, मांग नहीं! क्या यही वजह है इनसाइडर सेलिंग की?Gold, Silver price today: घरेलू बाजार में सोने के भाव रिकॉर्ड हाई पर, चांदी ऊंचाई से नीचे उतरीडॉलर के मुकाबले ₹90.70 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर रुपया, इस साल 6% टूटा; एशिया में सबसे कमजोर करेंसीवरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल का निधन, 90 साल की उम्र में ली आ​खिरी सांसTop- 5 UPI Apps: दूसरी तिमाही में जोरदार तेजी; पॉपक्लब सबसे आगे, मोबिक्विक तेजी से बढ़ने वाले ऐप्स में शामिल₹29,445 करोड़ का SIP इनफ्लो: क्या म्युचुअल फंड्स का बेस्ट फेज लौट आया है?

HDFC बैंक में दिख रही आस, शेयरों में सुधार की उम्मीद

जेएम फाइनैंशियल के विश्लेषकों ने कहा कि हमें उम्मीद है कि एचडीएफसी बैंक की मुख्य कमाई की रफ्तार में तिमाही आधार पर इजाफा होगा।

Last Updated- October 17, 2023 | 10:27 PM IST
HDFC Bank Share price

HDFC Bank Stock: एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) में नरमी शायद जुलाई-सितंबर तिमाही (वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही) में निचले स्तर पर जा चुकी है क्योंकि विलय से संबंधित अधिकांश एकमुश्त समायोजन किए जा चुके हैं। विश्लेषकों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उनका मानना है कि बैंक इस स्तर के बाद से आगे बढ़ने में सक्षम रहना चाहिए, जिससे इस शेयर को अपने खराब प्रदर्शन में सुधार करने में मदद मिलेगी।

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों ने कहा कि विलय और वृद्धिशील नकद आरक्षित अनुपात (आईसीआरआर, इस तिमाही के लिए पांच से 10 आधार अंक) के कारण नियामकीय असर के मद्देनजर कमजोर एनआईएम अप्रत्या​शित नहीं थी।

हालांकि आईसीआरआर के संबंध में विनियमन अब वापस ले लिया गया है, जिसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में इसमें बदलाव होना चाहिए।

हाल ही में समाप्त हुई तिमाही के दौरान ऋणदाता ने ब्याज अर्जित करने वाली परिसंपत्तियों (आईईए) पर 3.6 प्रतिशत और कमाई वाली कुल प​रिसंपत्तियों पर 3.4 प्रतिशत की एनआईएम दर्ज की है। अलबत्ता प्रबंधन को उम्मीद है कि मार्जिन धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगा।

प्रभुदास लीलाधर के विश्लेषकों को उम्मीद है कि एनआईएम वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के 3.66 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 3.77 प्रतिशत हो जाएगा।

उन्होंने परिणाम समीक्षा की एक रिपोर्ट में कहा है कि कुल मिलाकर वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में एनआईएम में तेज गिरावट को देखते हुए कमाई का प्रदर्शन नरम रहेगा।

हालांकि हमारी गणना के अनुसार तत्कालीन एचडीएफसी लिमिटेड की देनदारियों (अ​धिक लागत) का लगभग 43 प्रतिशत भाग वित्त वर्ष 26 तक प्रतिस्थापित होने की उम्मीद है, जिसका मतलब यह होना चाहिए कि वित्त वर्ष 24 से 26 के दौरान एनआईएम 3.57 प्रतिशत से सुधरकर 3.72 प्रतिशत होगा।

इस बीच एचडीएफसी बैंक के एनआईएम में अपेक्षा से अधिक कमी के कारण तिमाही में 22,700 करोड़ रुपये के स्तर पर प्रमुख परिचालन लाभ पर मामूली असर पड़ा है, जबकि लागत-आय अनुपात 40.4 प्रतिशत (​पिछली तिमाही के मुकाबले 240 आधार अंक कम) रहा।

इसके विपरीत लोन बुक में पिछली तिमाही की तुलना में 4.9 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि देखी गई, जबकि पिछली तिमाही के मुकबाले जमा रा​शि में 5.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। शुद्ध लाभ पिछली तिमाही की तुलना में 33.7 प्रतिशत और पिछले साल की तुलना में 50.6 प्रतिशत बढ़कर 15,976 करोड़ रुपये हो गया तथा शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 30.3 प्रतिशत तक बढ़कर 27,385 करोड़ रुपये हो गई।

जेएम फाइनैंशियल के विश्लेषकों ने कहा कि हमें उम्मीद है कि एचडीएफसी बैंक की मुख्य कमाई की रफ्तार में तिमाही आधार पर इजाफा होगा क्योंकि एनआईएम में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

First Published - October 17, 2023 | 10:27 PM IST

संबंधित पोस्ट