इलेक्ट्रिक एवं हाइब्रिड वाहनों के तेज चलन एवं निर्माण (फेम) योजना के तहत मिलने वाली रियायत पर केंद्र द्वारा रोक लगाने से दबावग्रस्त मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की कीमतें बढ़ाने के लिए बाध्य होना पड़ा है। कई ईवी कंपनियों ने मिलने वाली सब्सिडी के अनुपात में अपने वाहनों की कीमतें बढ़ाई हैं, या इनमें सब्सिडी राशि के कम से कम 20 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया है।
हालांकि हीरो इलेक्ट्रिक जैसी बड़ी कंपनियों ने दावा किया है कि वे अपने ईवी को अभी भी रियायती कीमतों पर ही बेच रही हैं। हीरो इलेक्ट्रिक के एक अधिकारी मनु शर्मा ने कहा, ‘हमें भले ही पिछले 16 महीनों से सरकार से राहत नहीं मिली है, लेकिन हम अपने सभी वाहनों को रियायती दाम पर ही बेच रहे हैं।’
हालांकि कंपनी ने अपने वाहनों की कीमत 8,000-10,000 रुपये तक बढ़ाई है, लेकिन शर्मा का कहना है कि कीमतों में बदलाव तकनीकी बदलाव रियायत बंद होने की वजह से नहीं बल्कि तकनीकी उन्नयन की वजह से किया
गया था।
देश की दूसरीसबसे बड़ी इलेक्ट्रिक दोपहिया (ई2डब्ल्यू) निर्माता ओकीनावा स्कूटर्स ने भी अपने वाहनों की कीमतें 10,000-40,000 रुपये तक बढ़ाई हैं। ओकीनावा ने सब्सिडी मुद्दे पर बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया है।
ओकीनावा स्कूटर्स और हीरो इलेक्ट्रिक, दोनों ही उन ओईएम की पहली सूची में शुमार रही हैं जिन्हें सितंबर में रियायत बंद की गई।
भारी उद्योग मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़े के अनुसार, अब तक फेम-2 के तहत पंजीकृत 64 में से कम से कम 17 कंपनियों को इस योजना के तहत मिलने वाली रियायत से वंचित किया गया है।
ओकीनावा के गुरुग्राम स्थित एक डीलर ने कहा, ‘ओकीनावा के इलेक्ट्रिक स्कूटरों ओकेएचआई-90, आईप्रेज+, और प्रेजप्रो की कीमतें 40,000 रुपये, 37,000 और 13,000 रुपये तक बढ़ी हैं।’ हम अपनी तरफ से किसी तरह की रियायत नहीं दे रहे हैं।
ईवी डीलर रियायती कीमत पर वाहन बेचते हैं और फिर सब्सिडी पाने के लिए भारी उद्योग मंत्रालय के पोर्टल पर आवेदन करते हैं। हालांकि दक्षिण दिल्ली में ओकीनावा स्कूटर्स के एक डीलर ने कहा कि उसने फेम सब्सिडी के लिए सरकार की वेबसाइट पर आवेदन करना बंद कर दिया है।