facebookmetapixel
वाहन क्षेत्र : तीसरी तिमाही में हुए 4.6 अरब डॉलर के रिकॉर्ड सौदे, ईवी में बढ़ी रुचित्योहारी सीजन में जगी इजाफे की उम्मीद, डेवलपरों को धमाकेदार बिक्री की आसJLR हैकिंग से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को 2.55 अरब डॉलर का नुकसान, 5,000 से ज्यादा संगठन हुए प्रभावितको-वर्किंग में मिल रहे नए आयाम: डिजाइन, तकनीक और ब्रांडिंग से तैयार हो रहे क्षेत्र-विशिष्ट कार्यस्थलपश्चिम एशिया को खूब भा रही भारतीय चाय की चुस्की, रूस और अमेरिका से गिरावट की भरपाईछोटे उद्यमों के लिए बड़ी योजना बना रही सरकार, लागत घटाने और उत्पादकता बढ़ाने पर जोररूसी तेल खरीद घटाएगा भारत, व्यापार मुद्दों पर हुई चर्चा: ट्रंपपर्सिस्टेंट सिस्टम्स को बैंकिंग व बीएफएसआई से मिली मदद, 1 साल में शेयर 5.3% चढ़ासोने की कीमतों में मुनाफावसूली और मजबूत डॉलर के दबाव से गिरावट, चांदी और प्लेटिनम भी कमजोरआपूर्ति के जोखिम और अमेरिका-चीन वार्ता की उम्मीद से तेल के भाव उछले, 62 डॉलर प्रति बैरल के पार

गांवों तक पहुंचेगी एआई की शिक्षा, CSC नेटवर्क के उद्यमियों को मुफ्त ट्रेनिंग

इन उद्यमियों को इंडियाएआई मिशन के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। सरकार इस मिशन के तहत करीब 10 लाख लोगों को एआई से जुड़े हुनर सिखाना चाहती है।

Last Updated- July 17, 2025 | 8:27 AM IST
AI
Representative Image

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज कहा कि सरकार कॉमन सर्विसेज सेंटर (सीएससी) के ग्रामीण स्तर के 5.5 लाख उद्यमियों को आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) का मुफ्त प्रशिक्षण दिलाएगी। इन उद्यमियों को इंडियाएआई मिशन के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। सरकार इस मिशन के तहत करीब 10 लाख लोगों को एआई से जुड़े हुनर सिखाना चाहती है।

सीएससी को काम करते हुए 10 साल पूरे होने पर आयोजित समारोह में वैष्णव ने ग्रामीण स्तर के उद्यमियों से भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) में भी अपना पंजीकरण कराने की अपील की ताकि वे रेल टिकटों की बुकिंग भी शुरू कर सकें। उन्होंने कहा कि सरकार आधार का काम दोबारा देने के इन उद्यमियों के अनुरोध पर भी विचार करेगी।

कॉमन सर्विसेज सेंटर भारत सरकार के खास मकसद से तैयार किए केंद्र हैं, जो ग्रामीण और सुदूर इलाकों में रहने वालों को ई-गवर्नेंस और कारोबार से जुड़ी तमाम सेवाएं मुहैया कराने में अहम भूमिका निभाती हैं।

यह भी पढ़ें: ‘धन-धान्य योजना’ को मंत्रिमंडल की मंजूरी, 1.7 करोड़ किसानों को मिलेगा फायदा

देश में अभी ग्रामीण स्तर के 5.5 लाख उद्यमी इन केंद्रों को चला और संभाल रहे हैं। सरकार ने 2015 में इस कार्यक्रम का नाम बदलकर सीएससी 2.0 कर दिया था, जिसके पीछे उसका उद्देश्य इन नेटवर्क को 2.5 लाख ग्राम पंचायतों और सभी 6 लाख गांवों तक पहुंचाना था।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि पिछले 10 साल में सीएससी जन केंद्रित शासन के सरकार के लक्ष्य की सबसे अहम कड़ियों में शामिल हो गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘2014 में केवल 83,000 सीएससी थे मगर आज 5.75 लाख से ज्यादा केंद्र देश के दूर-दराज के कोनों में काम कर रहे हैं। इन केंद्रों के जरिये मुहैया कराई जा रही डिजिटल सेवाओं में आगे जाकर विस्तार होना चाहिए। हर किसी की डिजिटल जिंदगी में अहम पहलू बन गई साइबर सुरक्षा भी सीएससी में ध्यान दिया जाना चाहिए।’

First Published - July 17, 2025 | 8:27 AM IST

संबंधित पोस्ट