facebookmetapixel
शेयर बाजार में इस हफ्ते क्यों मचेगी उथल-पुथल? WPI, विदेशी निवेशक और ग्लोबल संकेत तय करेंगे चालFPI की निकासी जारी, दिसंबर के 12 दिनों में ही ₹18 हजार करोड़ उड़ गएसस्ता टिकट या बड़ा धोखा? हर्ष गोयनका की कहानी ने खोल दी एयरलाइंस की पोलMCap: टॉप 8 कंपनियों का मार्केट वैल्यू ₹79,129 करोड़ घटा; Bajaj Finance और ICICI Bank सबसे बड़े नुकसान मेंRobert Kiyosaki ने खोले 6 निवेश के राज, जिन्हें अपनाकर आप बन सकते हैं अमीर!IRCTC टिकट बुकिंग में नया सिस्टम, फर्जी अकाउंट्स अब नहीं बचेंगेDelhi Weather Today: दिल्ली पर घना कोहरा, AQI 500 के करीब; GRAP स्टेज-4 की कड़ी पाबंदियां लागूElon Musk का अगला बड़ा दांव! SpaceX की IPO प्लानिंग, शेयर बिक्री से ₹800 अरब डॉलर वैल्यूएशन का संकेतUP: सांसद से प्रदेश अध्यक्ष तक, पंकज चौधरी को भाजपा की नई जिम्मेदारीइनकम टैक्स डिपार्टमेंट का अलर्ट: फर्जी डोनेशन क्लेम पर टैक्सपेयर्स को मिलेगा SMS और ईमेल
कमोडिटी

इस्पात के दाम कमजोर, आगे पकड़ेंगे जोर

इस महीने की शुरुआत में इजाफे के बाद कारोबार खंड में इस्पात के दाम कमजोर हुए हैं। इस्पात के अंतरराष्ट्रीय दामों और कच्चे माल की कीमतों में कमी की वजह से ऐसा हुआ है। लेकिन कंपनियों का मानना ​​है कि यह कुछ ही वक्त की दिक्कत है और आगे चलकर धारणा जोर पकड़ेगी। स्टीलमिंट के […]

कमोडिटी

ऊंची लागत की वजह से फिर बढ़ेंगे इस्पात के दाम

इस्पात कंपनियों ने तीन महीने के बाद अक्टूबर में कीमतें बढ़ाई थीं, लेकिन लागत बढऩे की वजह से अगले कुछ महीनों में कई बार कीमतें बढ़ाई जा सकती हैं। क्रिसिल रिसर्च के मुताबिक पिछले पांच महीनों के दौरान कोकिंग कोल के दाम तिगुने हो गए। ये अक्टूबर के पहले हफ्ते में 390 डॉलर प्रति टन […]

कमोडिटी

कंपनियों ने बढ़ाए इस्पात के दाम

प्रमुख घरेलू इस्पात विनिर्माताओं ने हॉट रोल्ड कॉइल (एचआरसी) और कोल्ड रोल्ड कॉइल (सीआरसी) के दाम क्रमश: 4,000 रुपये और 4,900 रुपये प्रति टन तक बढ़ा दिए हैं। उद्योग सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस मूल्य वृद्धि के बाद, एक टन एचआरसी की कीमत 70,000-71,000 रुपये होगी, जबकि खरीदारों को सीआरसी 83,000-84,000 रुपये […]

अर्थव्यवस्था

चीन के सकारात्मक संकेत से इस्पात में होगा सुधार

चीन से मिले सकारात्मक संकेतों से मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बने रहने की उम्मीद है और इससे कीमतों को भी समर्थन मिलेगा। वैश्विक स्तर पर कच्चे इस्पात के उत्पादन में चीन की हिस्सेदारी 56.5 फीसदी है। सभी की नजरें चीन के बाजार पर है जो नए वर्ष की छुट्िटयों के बाद पिछले हफ्ते […]

कमोडिटी

आपूर्ति बढऩे से घटने लगीं कीमतें

पिछले साल जुलाई में लॉकडाउन खत्म होने के बाद से लगातार तेजी के बाद अधिक आपूर्ति के कारण लौह एवं इस्पात की कीमतें कम होने लगी हैं। जनवरी के मध्य से कीमतों में गिरावट की शुरुआत हो गई थी। द्वितीयक इस्पात उत्पादकों ने लॉन्ग उत्पादों की कीमतें 7,000 से 8,000 रुपये प्रति टन से घटा […]

कमोडिटी

स्टील पर शुल्क में कमी से आयात होगा प्रतिस्पर्धी

घरेलू हॉट-रोल्ड कॉइल (एचआरसी) की कीमतों में मजबूत तेजी के कारण जुलाई-दिसंबर 2020 के दौरान जून-दिसंबर 2020 के 36,250 रुपये प्रति टन के घरेलू स्तर की तुलना में लगभग 54 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी इस्पात की कीमतों में भी 56 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी। उपयोगकर्ताओं को लक्षित करने […]

कमोडिटी

पिछले सर्वोच्च स्तर से ऊपर पहुंची स्टील की कीमतें

दिसंबर में स्टील कंपनियों ने कीमतें 2,500 रुपये प्रति टन से ज्यादा बढ़ा दी है और इस तरह से कीमतें साल 2018 के सर्वोच्च स्तर के पार निकल गई है। 1 दिसंबर से फ्लैट स्टील की कीमतें 2,500-2,750 रुपये प्रति टन बढ़ाई गई है। जेएसपीएल ने लॉन्ग उत्पादों की कीमतें करीब 1,000 रुपये प्रति टन […]

बाजार

घरेलू तेजी, चीन में मांग से धातु शेयरों में चमक

धातु कंपनियों ने अपने शानदार मासिक प्रदर्शन में से एक दर्ज किया है। निफ्टी मेटल सूचकांक नवंबर में 25 प्रतिशत चढ़ा, जबकि निफ्टी में 11.4 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इस्पात कंपनियों स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) और टाटा स्टील इस महीने 40 प्रतिशत से ज्यादा चढ़े। हमने धातु शेयरों के प्रति निवेशकों की […]

कमोडिटी

देसी मांग में तेजी से बढ़ी स्टील की कीमतें

नवंबर में स्टील कंपनियों ने कीमतें 1,250 रुपये प्रति टन बढ़ा दी है और यह साल 2018 के सर्वोच्च स्तर के पास पहुंच गया है। नवंबर 2018 में हॉट रोल्ड कॉयल (एचआरसी) 46,250 रुपये प्रति टन (जो फ्लैट स्टील का बेंचमार्क माना जाता है) पर पहुंच गया था। हालांकि उसके बाद वाले महीने में कीमतें […]

कमोडिटी

इस्पात कंपनियों ने बढ़ाए दाम

इस्पात कंपनियों ने दामों में प्रति टन करीब 2,000 रुपये तक का इजाफा किया है। यह दाम वृद्धि इसी महीने से प्रभाव में आ चुकी है। इसी के साथ इस्पात के दाम कोविड-19 के पहले के स्तर से ज्यादा हो गए हैं। ज्यादातर कंपनियों ने 1 अक्टूबर से इस्पात की चादरों के दामों में प्रति […]