रुपया लुढ़कने से एफपीआई रिटर्न को चपत
इक्विटी बाजारों में काफी उथलपुथल के बावजूद देसी निवेशक इस साल अभी तक के लिहाज से दो फीसदी से कम के नुकसान पर हैं। हालांकि विदेशी निवेशकों के मामले में स्थिति अलग है, जिन्होंने साल की शुरुआत से भारतीय बाजारों में निवेश किया है। भारतीय इक्विटी का प्रदर्शन अन्य बाजारों के मुकाबले बेहतर रहने के […]
उतार-चढ़ाव से घटा ट्रेडिंग वॉल्यूम
इस महीने नकद खंड में इक्विटी बाजार का कारोबार महामारी के पूर्व स्तर पर आ गया जबकि डेरिवेटिव का कारोबार रिकॉर्ड ऊंचाई के आसपास है। इस महीने 22 जून तक नकद खंड में औसत दैनिक कारोबार 48,011 करोड़ रुपये रहा, जो फरवरी 2020 के 40,000 करोड़ रुपये से सबसे कम है। मासिक आधार पर औसत […]
विदेशी निवेश दीवाली तक तेज होने के आसार
वैश्विक वित्तीय बाजारों के लिए कुछ महीने उथल-पुथल भरे रहे हैं क्योंकि उन्हें बढ़ती मुद्रास्फीति की वजह से केंद्रीय बैंकों की सख्ती समेत कई घटनाक्रम का सामना करना पड़ा है। निर्मल बांग में इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुख्य कार्याधिकारी राहुल अरोड़ा ने पुनीत वाधवा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें भरोसा है कि बाजार […]
अदाणी समूह के ऊंचे मूल्यांकन पर बाजार गिरावट का असर नहीं
इक्विटी बाजारों में ताजा गिरावट का अदाणी समूह कंपनियों के ऊंचे मूल्यांकन पर काफी कम असर पड़ा है। अदाणी समूह कंपनियां शेयर बाजारों में काफी हद तक महंगी बनी हुई हैं और इनके संयुक्त कीमत-आय (पीई) मल्टीपल 105.3 गुना और प्राइस-टु-बुक वैल्यू (पी/बीवी) अनुपात 15.3 गुना पर हैं। अदाणी समूह में सात सूचीबद्घ कंपनियों का […]
छोटे एवं मझोले शेयर इस साल दिखा सकते हैं दम
इक्विटी बाजारों में भारी गिरावट का मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर असर पड़ा है। इनका प्रदर्शन लार्जकैप प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले ज्यादा प्रभावित हुआ है। कैलेंडर वर्ष 2022 में अब तक बीएसई पर मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक8 प्रतिशत और 7 प्रतिशत फिसले हैं, जबकि बीएसई के सेंसेक्स में करीब 6 प्रतिशत की कमजोरी आई है। जहां […]
फ्लेक्सीकैप-मल्टीकैप फंडों का विकल्प चुनें निवेशक
पिछले कुछ दिनों में भारतीय इक्विटी बाजारों ने काफी उतारचढ़ाव का सामना किया है क्योंकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) लगातार देसी बाजारों से निवेश की निकासी कर रहे हैं। म्युचुअल फंड उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि मौजूदा परिदृश्य को देखते हुए मल्टीकैप या फ्लेक्सीकैप फंडों में निवेश के जरिये इक्विटी बाजारों में दोबारा उतरने […]
पिछले दो वर्षों के दौरान इक्विटी बाजार में उल्लेखनीय तेजी के साथ ही हाइब्रिड योजनाओं से प्राप्त रिटर्न प्योर-प्ले इक्विटी योजनाओं के मुकाबले कमजोर रहा। इस प्रकार के फंडों ने इक्विटी और डेट दोनों में निवेश किया और बाजार परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए अपने आवंटन में उल्लेखनीय बदलाव किया। हालांकि हाइब्रिड फंड की […]
ब्रोकरों को इन 10 शेयरों में दो अंक प्रतिफल के आसार
भारतीय इक्विटी बाजार ने पिछले साल अक्टूबर में सर्वाधिक ऊंचे स्तर छूने के बाद से कमजोरी दर्ज की है। तब से बाजार ने नए ऊंचे और निचले स्तर बनाए हैं जिससे निवेशकों में भरोसे के अभाव का संकेत मिलता है। पिछले साल अक्टूबर में अपने सर्वाधिक ऊंचे स्तर से बीएसई का सेंसेक्स 6.3 प्रतिशत गिरा […]
डीमैट खातों की संख्या में हुआ 63 प्रतिशत इजाफा
विभिन्न डिपोजिटरी द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय डीमैट खातों की संख्या पिछले 12 महीनों में 63 प्रतिशत बढ़कर 8.97 करोड़ पर पहुंच गई। यह वृद्घि स्मार्टफोन इस्तेमाल में वृद्घि, ग्राहकों का डिजिटल के प्रति लगाव और इक्विटी बाजारों द्वारा आकर्षक प्रतिफल की वजह से संभव हुई है। 31 मार्च को, […]
तेल कीमतों व शेयर मूल्यांकन में उतार-चढ़ाव
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बाद भारतीय इक्विटी बाजारों में हुई भारी बिकवाली आश्चर्यजनक नहीं होनी चाहिए। ऐतिहासिक तौर पर भारत में शेयर मूल्यांकन और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों के बीच नकारात्मक संबंध है। ब्रेंट क्रूड तेल भारतीय कच्चे तेल के लिए मुख्य मानक है। वर्ष 2011 और 2014 के बीच, कच्चे […]