पिछले दो वर्षों के दौरान इक्विटी बाजार में उल्लेखनीय तेजी के साथ ही हाइब्रिड योजनाओं से प्राप्त रिटर्न प्योर-प्ले इक्विटी योजनाओं के मुकाबले कमजोर रहा। इस प्रकार के फंडों ने इक्विटी और डेट दोनों में निवेश किया और बाजार परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए अपने आवंटन में उल्लेखनीय बदलाव किया।
हालांकि हाइब्रिड फंड की आधे दर्जन से अधिक श्रेणियां हैं लेकिन उनमें दो सबसे लोकप्रिय हैं। पहला बैलेंस्ड एडवांटेज यानी बीएएफ (जिसे डायनामिक ऐसेट एलोकेशन भी कहा जाता है) श्रेणी है जिसका मार्च 2022 में औसत प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 1.76 लाख करोड़ रुपये रहीं। दूसरा आक्रामक हाइब्रिड श्रेणी है जिसका औसत एयूएम 1.45 लाख करोड़ रुपये है। कुल मिलाकर ये दोनों श्रेणियां 4.8 लाख करोड़ रुपये की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों वाली हाइब्रिड श्रेणी के करीब दो तिहाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करती हैं।
बीएएफ ने पिछले दो वर्षों के दौरान 23.1 फीसदी की वार्षिक श्रेणीगत औसत रिटर्न दिया है। समान अवधि के दौरान निफ्टी 50 कुल रिटर्न सूचकांक (टीआरआई) ने 44 फीसदी का वार्षिक रिटर्न दिया। तीन से पांच साल (31 मार्च 2022 को समाप्त) की अवधि में इन फंडों का वार्षिक रिटर्न क्रमश: 10.7 फीसदी और 9 फीसदी रहा।
आक्रामक हाइब्रिड फंड का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा। पिछले दो साल के दौरान इन फंडों ने 32.5 फीसदी का श्रेणीगत औसत रिटर्न दिया। तीन से पांच साल (31 मार्च 2022 को समाप्त) की अवधि में इन फंडों का वार्षिक रिटर्न
क्रमश: 13.4 फीसदी और 11.1 फीसदी रहा।
हाइब्रिड फंडों के लिए दो साल का रिटर्न इक्विटी योजनाओं के मुकाबले कमजोर रहा लेकिन बीएनपी पारिबा के शेयरखान के प्रमुख (निवेश समाधान) गौतम कालिया ने कहा कि जोखिम समायोजित रिटर्न आधार पर उनका प्रदर्शन अच्छा रहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रकार के फंड निवेशकों लगातार आकर्षित करते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘इक्विटी संबंधी कर उपचार के साथ डायनेमिक इक्विटी आवंटन से बीएएफ को खुदरा निवेशकों के बीच पसंदीदा श्रेणी बने रहने में मदद मिलेगी।’
कालिया ने कहा कि कच्चे तेल में तेजी, उच्च मुद्रास्फीति आदि के साथ वैश्विक अनिश्चितता के मौजूदा माहौल में मध्यम लिहाज से अपने इक्विटी पोर्टफोलियो में निवेश की संभावनाएं तलाशने वाले निवेशक इस श्रेणी पर गौर कर सकते हैं। आमतौर पर हाइब्रिड फंड पूर्व-परिभाषित अवधारणा का उपयोग करते हैं जो प्राइस टु अर्निंग (पी/ई) अनुपात, प्राइस टु बुक वैल्यू (पी/बीवी) अथवा लाभांश प्रतिफल जैसे मूल्यांकन मानदंडों पर आधारित होते हैं।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड के फंड मैनेजर इहाब दलवई ने कहा, ‘जब वैश्विक महामारी के कारण भारी गिरावट दर्ज की जाती है तो यह मॉडल इक्विटी में निवेश करने के उपयुक्त समय की ओर इशारा करता है। इस प्रकार इस फंड में पूरी तरह निवेश हुआ। बाजार में सुधार होने पर यह फंड अपने इक्विटी आवंटन को घटाता है।’
इक्विटी बाजार में तेजी के दौरान आक्रामक हाइब्रिड फंडों के रिटर्न में बीएएफ के मुकाबले बेहतर रुझान दिखता है लेकिन उसमें उतार-चढ़ाव भी बरकरार रहता है।
