भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता माणिक साहा ने बुधवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने रतनलाल नाथ, प्राणजीत सिंघा रॉय, सांतना चकमा, टिंकू रॉय और बिकाश देबबर्मा सहित आठ और मंत्रियों को भी शपथ दिलाई। शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ-साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा भी शामिल थे।
कुल मिलाकर, भाजपा के आठ और उसके सहयोगी दल IPFT के एक सदस्य को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। इनमें से पांच नए चेहरे हैं, जबकि पहले के मंत्रिमंडल में शामिल रहे चार मंत्रियों को भी नये मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
साठ सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में भाजपा ने 32 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि इसकी सहयोगी इंडिजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) को एक सीट मिली है।
साहा त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद के लिए दूसरी बार शपथ लिए। साठ सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में भाजपा ने 32 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि इसकी सहयोगी इंडिजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) को एक सीट मिली है।
नोएटिया IPFT से ताल्लुक रखते हैं। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों को शपथ दिलाई।
माणिक साहा के नेतृत्व वाले मंत्रिपरिषद में तीन आदिवासी विधायकों को स्थान मिला है।धनपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाली केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है, हालांकि अब भी तीन मंत्री पद खाली हैं।
विपक्षी वाम दलों और कांग्रेस ने चुनाव बाद हुई हिंसा का हवाला देते हुए शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया। टिपरा मोथा के 13 विधायकों में से कोई भी शपथ ग्रहण में नहीं दिखा।
इस पार्टी के प्रमुख प्रद्युत किशोर माणिक्य देवबर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘टिपरा ने समझौा नहीं किया। प्रतीक्षा करो और देखो।’’
माणिक साहा पिछले साल की शुरुआत में बिप्लब कुमार देब के स्थान पर मुख्यंत्री बने थे। प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 32 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि इसकी सहयोगी IPFT को एक सीट मिली है।