facebookmetapixel
Editorial: बाजार में एसएमई आईपीओ की लहरराष्ट्र की बात: कहानियां गढ़ने में डीपफेक से पैदा हुई नई चुनौतीजलवायु परिवर्तन नहीं सत्ता परिवर्तन असल मुद्दा!क्विक कॉमर्स में स्टार्टअप की नई रणनीतिपिछड़ा अरट्टई, व्हाट्सऐप फिर नंबर एक; एआई सर्च इंजन परप्लेक्सिटी ने भारतीयों का ध्यान ज्यादा खींचा‘पाक से रिश्ते भारत की कीमत पर नहीं’…अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा – भारत के साथ हमारी दोस्ती गहरीसिल्क सिटी भागलपुर के रेशम का घुट रहा दम, ट्रंप टैरिफ से बढ़ी गर्दिशसस्ते आयात से स्टील के दाम पर दबाव की आशंका, उद्योग के साथ महत्त्वपूर्ण बैठक करेगा इस्पात मंत्रालयपोर्टल पर हो नौकरियों का सटीक आंकड़ा, श्रम मंत्रालय से मजबूत तंत्र विकसित करने का आग्रहभारत बनेगा खिलौनों का ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब, ₹13000 करोड़ की योजना पर काम कर रही सरकार

In Parliament: हर व्यक्ति पर औसतन 15,000 रुपये GST बैठता है- राजीव शुक्ला

बृहस्पतिवार को राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने GST को लेकर सरकार पर निशाना साधा और मौजूदा व्यवस्था में सुधार की मांग की।

Last Updated- June 18, 2025 | 5:18 PM IST
Parliament Congress MP Rajeev Shukla

राज्यसभा में बृहस्पतिवार को विपक्ष के कुछ सदस्यों ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर सरकार पर निशाना साधा और मौजूदा व्यवस्था में सुधार किए जाने की मांग की ताकि व्यापारियों को परेशानियों से बचाया जा सके।

कांग्रेस सदस्य राजीव शुक्ला ने कहा कि राजस्व बढ़ाने का लक्ष्य होता है और इसकी पूर्ति को सफलता माना जाता है लेकिन सरकार को यह देखना चाहिए कि यह राशि कैसे एकत्र की गयी। उसे व्यापारियों और दुकानदारों का दर्द भी देखना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जीएसटी अधिकारी धमकी देकर और परेशान कर दुकानदारों एवं व्यापारियों से अनाप–शनाप राशि लेते हैं।

उच्च सदन में वित्त विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए शुक्ला ने कहा कि जीएसटी परिषद की बैठक होती रहती है लेकिन दुकानदारों के दुखदर्द पर विचार करने के लिए भी एक बार बैठक बुलायी जानी चाहिए। जीएसटी से होने वाली परेशानी के कारण कई बार कारोबारी या तो व्यापार नहीं बढ़ा पाते या अपना कारोबार बंद कर देते हैं। यह वर्ग रोजगार देता है और भारत 142 करोड़ लोगों का देश बन गया है। अगर लोगों को रोजगार नहीं मिला तो अपराध में भारी वृद्धि होगी।

कई उद्योगपति देश के बाहर चले गए, वही कारोबार करने लगे

कांग्रेस सदस्य ने कहा कि कई उद्योगपति देश से बाहर चले गए और वहीं कारोबार करने लगे। उन्होंने कहा कि ऐसे उद्योगपति यहां हजारों लोगों को रोजगार देते थे और अब वे बाहर रोजगार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का ऐसे उद्योगपतियों को बुलाने का प्रयास करना चाहिए और उन्हें व्यापार के लिए अनुकूल माहौल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति पर औसतन 15,000 रुपये जीएसटी बैठता है। उन्होंने चाणक्य के सिद्धांत का जिक्र करते हुए कहा कि कराधान ऐसा होना चाहिए जैसे फूल से शहद निकाला जाता है।

शुक्ला ने स्वास्थ्य क्षेत्र में अधिक आवंटन किए जाने, न्यायपालिका में सुधार किए जाने की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि पता करना चाहिए कि समाज का कौन तबका खुश हैं? उन्होंने कहा कि यहां तक कि सांसद भी अंदर से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का जोर इस बात पर होना चाहिए कि विभिन्न योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर पहुंचे।

क्या बोले AAP के राघव चड्डा

चर्चा में भाग लेते हुए आम आदमी पार्टी के सदस्य राघव चड्ढा ने जीएसटी को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि बच्चे के पैदा होने से लेकर किसी व्यक्ति की मौत तक हर समय जीएसटी कर का भुगतान करना पड़ता है। उन्होंने जीवन के आठ चरणों का जिक्र करते हुए कहा कि इस चरण में सरकार जीएसटी लेती है।

उन्होंने सवाल किया कि सरकार इतना कर लेती है लेकिन वह इस राशि का क्या उपयोग करती है। उन्होंने कहा कि कर की दर अधिक होने से कई नुकसान भी हैं। उन्होंने कहा कि इस वजह से एक ओर मांग में कमी आ रही है वहीं खपत में भी कमी आयी है जिसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ता है।

(एजेंसी इनपुट के साथ) 

In Parliament: आपके बैंक अकाउंट के नॉमिनी को लेकर संसद ने किया नियमों में बड़ा बदलाव

In Parliament: 35-संशोधन के साथ लोकसभा में पारित हुआ Finance Bill, 2025; पढ़ें हर बात

In Parliament: AI से बॉलीवुड हस्तियों के Fake Video बनाए जा रहे हैं- हेमामालिनी

 

 

 

First Published - March 27, 2025 | 8:59 PM IST

संबंधित पोस्ट