देश में कोरोना संक्रमण की सबसे ज्यादा मार झेलने वाला महाराष्ट्र अपने उद्योग धंधें धीरे-धीरे खोल रहा है। राज्य में होटल एवं रेस्त्रां दोबारा खुलेंगे। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के चलते प्रतिबंधित घोषित किए गए इलाकों के बाहर के होटलों को 8 जुलाई से 33 फीसदी क्षमता के साथ काम करने की अनुमति दी है।
राज्य में दोबारा होटल एवं रेस्त्रां खोले जाने को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और होटल कारोबारियों के बीच बैठक हुई थी जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में होटल एवं रेस्त्रां फिर से खोले जाने के बारे में निर्णय मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अंतिम रूप दिए जाने के बाद लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य उद्योग के लिए नियमों पर काम कर रहा है।
होटल एवं लॉज के विभिन्न संघों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि होटल उद्योग ने पर्यटन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बैठक को संबोधित करते हुए मुख्मयंत्री ने कंपनियों से अपने श्रमिकों की छंटनी नहीं करने की अपील की।
देश में लॉकडाउन के चलते होटल और रेस्त्रां उद्योग को पिछले कुछ महीनों से कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन की वजह से होटलों और रेस्त्रां को काफी घाटा हुआ है। जिससे होटल और रेस्त्रां बड़े पैमाने पर बंद हुए हैं। साथ ही कई लोगों की छंटनी भी कर दी गई है। पश्चिम भारत की होटल और रेस्त्रां एसोसिएशन ने कहा कि इस बार सरकार की मदद की सख्त दरकार है। बार खोलने की मंजूरी दी जाए, प्रॉपर्टी टैक्स में कटौती की जाए, एक्साइज फीस, बिजली बिल के मामलों में राहत दी जाए। साथ ही महामारी के दौरान ओपन स्पेस को इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए।
इस बीच, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में होटल उद्योग की भूमिका की सराहना की। उन्होंने एक डिजिटल बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि होटल उद्योग ने अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहे कर्मियों को होटल और लॉज में रहने की जगह देकर (कोविड के खिलाफ लड़ाई में) पहले दिन से ही अहम भूमिका निभाई है।
