महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या और कोरोना से बचाव के प्रति बरती जा रही लापरवाही पर राज्य सरकार चिंतित है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना से बचाव के लिए लागू की गई नियमावली (एसओपी) पर अमल करने को कहा है और नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। राज्य में सार्वजनिक कार्यक्रमों, आंदोलन, रैलियों और सभाओं पर रोक लगा दी गई है। सरकार ने साफ किया है कि नियमों का पालन नहीं करने पर एक बार फिर राज्य में लॉकडाउन लगाया जा सकता है। प्रशासन की तरफ से होटलों का औचक दौरा शुरू किया गया है और नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई भी शुरू की गई है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के ताजा बढ़ रहे मामलों से चिंतित प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को लोगों से सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने तथा मास्क पहनने और शारीरिक दूरी बनाए रखने अथवा लॉकडाउन के दूसरे दौर का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी, महापालिका आयुक्त, जिला पुलिस प्रमुख को निर्देश देते हुए कहा कि विगत कुछ महीनों में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी हुई थी, इस कारण लोग बेपरवाह हुए हैं। इसलिए कोरोना नियमों का पालन नहीं हो रहा है। राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना नियमों का पालन होता नहीं दिख रहा है, इसलिए आंदोलन, सभा, रैली आदि को अनुमति न दें। विवाह समारोहों में उपस्थितों की संख्या के बारे में पालन हो रहा है या नहीं इसकी जांच प्रशासन द्वारा होनी चाहिए। मुख्यमंत्री से पहले उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र में रोजाना करीब 500-600 कोरोना मरीज मिल रहे हैं जिसकी वजह से जरूरत पडऩे पर पश्चिमी देशों की तरह राज्य में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
कोरोना से बचाव के नियमावाली लागू होने के बाद से अब तक मुंबई में सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क के 15 लाख से अधिक लोगों से लगभग 30 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। सिर्फ सोमवार को ही बगैर मास्क पहने 13,008 लोगों से 26,01,600 रुपये जुर्माने वसूला गया है। बीएमसी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर 200 रुपये का जुर्माना लगाती है। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 1 अप्रैल, 2020 से इस 15 फरवरी,2021 तक नगर निकाय ने 15,16,398 लोगों को बिना मास्क के पकड़ा है और उनसे 30,69,09,800 रुपये का जुर्माना वसूल किया है।
मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने शहर में बढ़ते कोविड-19 मामलों को देखते हुए लोगों के बीच मास्क के इस्तेमाल के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए लोकल ट्रेन में सफर किया। महापौर ने कहा कि अगर लोग मास्क नहीं लगाएंगे तो सरकार को मजबूरी में लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। भायखला से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस तक की यात्रा के दौरान महापौर ने देखा कि कई लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। इसके बाद महापौर नगर निकाय के एक दल के साथ सांताक्रूज के उस होटल में अचानक पहुंची जहां खाड़ी के देशों से लौटे लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत पृथकवास में थे। उन्होंने बताया कि पृथकवास लोगों की सूची में शामिल चार लोग होटल में नहीं मिले। इसके बाद महापौर ने अधिकारियों को लापता चार यात्रियों एवं होटल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया।
महाराष्ट्र में कोविड-१९ के ताजा बढ़ रहे मामलों से चिंतित प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को लोगों से सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने तथा मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाये रखने अथवा लॉकडाउन के दूसरे दौर का सामना करने के लिये तैयार रहने को कहा । राज्य के सभी विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी, महापालिका आयुक्त, जिला पुलिस प्रमुख को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि, विगत कुछ महीनों में कोरोना की मरीजों की संख्या में कमी हुई थी, इस कारण नागरिकों में बेफ्रिकी आई है। इसीलिए कोरोना प्रतिबंध की सूचनाओं का पालन नहीं हो रहा। लोगों में शिथिलता आई है, लेकिन प्रशासन में शिथिलता न आए, नियमों पर कड़ा अमल करें। राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना नियमों का पालन होता नहीं दिख रहा है, इसलिए आंदोलन, सभा, रैली आदि को अनुमति न दें। विवाह समारोहों में उपस्थितों की संख्या के बारे में पालन हो रहा है या नहीं इसकी जांच प्रशासन द्वारा होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री से पहले उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने साफ शब्दों में कहा है कि महाराष्ट्र में रोजाना करीब 500-600 कोरोना मरीज पाए जा रहे हैं। जिसकी वजह से जरूरत पड़ने में पश्चिमी देशों की तरह राज्य में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
