महाराष्ट्र में सोमवार को माघी गणेश जयंती का उत्सव मनाया जा रहा है। कोरोना के कारण गणेश चतुर्थी पर अच्छी बिक्री नहीं हुई थी, लेकिन माघी गणेश जयंती उत्सव पर बिक्री अपेक्षाकृत अच्छी रही।
माघी गणेश जयंती महाराष्ट्र के लोगों का सबसे प्रिय त्योहार माना जाता है। गणेश चतुर्थी के बाद भक्त गणेश जी के जन्मदिन का इंतजार करते है। महाराष्ट्र में सभी जगह यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। साल के माघ मास में गणपति बाप्पा का आगमन होता है। कोरोना महामारी में अब कुछ राहत मिलने से भक्तगण श्रद्धाभाव से गणपति बाप्पा घर लाए हैं।
रायगढ़ जिले मे माघी गणेश जयंती का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग घरों और सार्वजनिक मंडल में गणेश प्रतिमा लाकर पूजा-अर्चना करते हैं। किसी स्थान पर यह गणपति उत्सव डेढ़ दिन तो कहीं, तीन दिन या पांच दिन मनाया जाता है।
मयूर कला केंद्र के मयूर कुंभार ने कहा कि इस साल कोरोना की वजह लोग सितंबर में गणपति कम लेकर गए। कई लोग तो उस समय गणपति लेकर ही नहीं गए थे। लेकिन अब माघी गणेश उत्सव में लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। मेरे पास करीब 200 लोगों ने गणेश प्रतिमाओं की बुकिंग कराई है।
विघ्नेश कला केंद्र के कलाकार ने कहा की इस साल हमारे कला केंद्र में गणपति की 600 प्रतिमाओं की बुकिंग हुई है। सुयोग कला केंद्र के प्रतीक्षा म्हात्रे ने कहा कि गणेश चतुर्थी में कोरोना का प्रकोप ज्यादा था। माघी गणेश जयंती उत्सव के लिए लोगों में अच्छा उत्साह है।
उत्सव में सरकार के नियमों का पालन किया जा रहा है।