सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की एक नहीं बल्कि दो सीरीज को बॉन्ड धारक बुधवार (23 अप्रैल) को मैच्योरिटी से पहले रिकॉर्ड प्राइस पर बेच पाएंगे। इसका मौका सिर्फ उन्हीं बॉन्ड धारकों को मिलेगा जिन्होंने इसके लिए अप्लाई किया है। घरेलू स्पॉट मार्केट में सोने की मौजूदा कीमतों को देखते हुए आरबीआई इन दोनों सीरीज (2017-18 Series IV (IN0020170067) & 2018-19 Series II (IN0020180249) के लिए रिकॉर्ड रिडेम्प्शन प्राइस तय कर सकता है। आईबीजेए (IBJA) के मुताबिक मंगलवार (22 अप्रैल) को घरेलू स्पॉट मार्केट में सोने ने शुरुआती कारोबार में 1 लाख रुपये प्रति लेवल को पहली बार छू लिया।
अब जानते हैं कि आखिर कौन से दो गोल्ड बॉन्ड को बॉन्ड धारक बुधवार को मैच्योरिटी से पहले भुना पाएंगे।
वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी सीरीज यानी 11 वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को 23 अप्रैल को मैच्योरिटी से पहले छठी यानी आखिरी बार बेचने का मौका मिलेगा। 5 साल की होल्डिंग पीरियड के बाद इस बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले पहली बार बेचने का मौका बॉन्ड धारकों को 23 अक्टूबर 2022 को मिला था। यह बॉन्ड 23 अक्टूबर 2017 को 2,987 रुपये के इश्यू प्राइस पर जारी किया गया था। इस बॉन्ड के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के लिए अप्लाई करने की तारीख 24 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक थी।
SGB Tranche | Issue Date | Date of premature redemption | Dates for submitting the request for premature redemption | IBJA average closing price | Issue Price | Gross return |
2017-18 Series IV |
Oct 23, 2017 | Apr 23, 2025 | Mar 24, 205 to Apr 15, 2025 | Rs 9,689 | Rs 2,987 | 224.37% |
Source: RBI, IBJA
वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी सीरीज यानी 23 वीं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को इस महीने 23 अप्रैल को मैच्योरिटी से पहले चौथीबार बेचने का मौका मिलेगा। 5 साल की होल्डिंग पीरियड के बाद इस बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले पहली बार बेचने का मौका बॉन्ड धारकों को 23 अक्टूबर 2023 को मिला था। यह बॉन्ड 23 अक्टूबर 2018 को 3,146 रुपये के इश्यू प्राइस पर जारी किया गया था। इस बॉन्ड के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के लिए अप्लाई करने की तारीख 24 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक थी।
SGB Tranche | Issue Date | Date of premature redemption | Dates for submitting the request for premature redemption | IBJA average closing price | Issue Price | Gross return |
2018-19 Series II |
Oct 23, 2018 | Apr 23, 2025 | Mar 24, 205 to Apr 15, 2025 | Rs 9,689 | Rs 3,146 | 208% |
Source: RBI, IBJA
क्या हो सकता है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू और रिडेम्प्शन प्राइस आईबीजेए (IBJA) से 24 कैरेट गोल्ड (999) के लिए मिले रेट के आधार पर तय होते हैं। नियमों के अनुसार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है। 18 अप्रैल, 19 अप्रैल और 20 अप्रैल को अवकाश होने की वजह से आरबीआई (RBI) इस सीरीज का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 17 अप्रैल, 21 अप्रैल और 22 अप्रैल के क्लोजिंग प्राइस के आधार पर तय करेगा। इस आधार पर अरबीआई इन दोनों सीरीज के लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 9,689 रुपये के आस पास तय कर सकता है।
अब जानते हैं कि प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन को लेकर नियम क्या हैं?
कब कर सकते हैं प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन ?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने का विकल्प भी निवेशकों के पास होता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को आप उसके इश्यू होने के 5 साल बाद मैच्योरिटी से पहले रिडीम कर सकते हैं। आरबीआई प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख उस दिन तय करती है जिस दिन इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट देय होता है। इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट प्रत्येक छह महीने यानी साल में दो दफे मिलता है।
कैसे होती है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस की गणना?
मैच्योरिटी से पहले रिडेम्प्शन प्राइस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए (IBJA) की तरफ से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है।
टैक्स को लेकर क्या हैं नियम ?
अगर आपने मैच्योरिटी पीरियड से पहले रिडीम किया तो टैक्स लिस्टेड फाइनेंशियल एसेट्स की तरह लगेगा। मतलब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के बाद 12 महीने से पहले बेच देते हैं तो होने वाली कमाई यानी कैपिटल गेन को शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) माना जाएगा। जो आपके ग्रॉस टोटल इनकम में जोड़ दिया जाएगा और आपको अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा। लेकिन अगर आप 12 महीने बाद बेचते हैं तो 12.5 फीसदी लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स चुकाना होगा। लेकिन यदि आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को उसकी मैच्योरिटी यानी 8 साल तक होल्ड करते हैं तो रिडेम्प्शन के समय आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा।