गुरुवार को वोडाफोन आइडिया के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। बीएसई (BSE) पर कंपनी के शेयर इंट्रा-डे में 12% से ज्यादा टूटकर ₹8.21 तक गिर गए। सुबह 10:20 बजे के आसपास शेयर ₹8.35 पर ट्रेड कर रहे थे, जो करीब 10.9% की गिरावट दिखाता है। इसी समय बीएसई सेंसेक्स भी 333 अंक यानी 0.40% नीचे था।
वोडाफोन आइडिया के शेयरों में यह गिरावट सुप्रीम कोर्ट के AGR (Adjusted Gross Revenue) केस के ताजा फैसले के बाद आई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश की डिटेल (fine print) सामने आने के बाद निवेशकों में घबराहट फैल गई। फैसले के मुताबिक, सरकार को वोडाफोन आइडिया के AGR बकाया की पुनः समीक्षा (reconsideration) करने की अनुमति सिर्फ FY2016-17 तक की अतिरिक्त देनदारी (additional dues) के लिए दी गई है। यानी यह राहत पूरी AGR राशि पर नहीं, बल्कि केवल एक हिस्से पर लागू होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह फैसला कंपनी के खास हालात को देखते हुए लिया गया है, क्योंकि केंद्र सरकार का कंपनी में 49% हिस्सा है।
IIFL Securities ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की लिखित कॉपी आने के बाद अब यह स्पष्ट नहीं है कि राहत केवल ₹9,450 करोड़ की अतिरिक्त AGR मांग तक सीमित है या फिर पूरे ₹80,000 करोड़ के AGR बकाये पर भी लागू होती है।
ब्रोकरेज का कहना है कि अब दो संभावनाएं हैं,
1. सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ यह बताया है कि मामला अतिरिक्त AGR मांग से जुड़ा था, और सरकार पूरे AGR पर काम करने को स्वतंत्र है।
2. या फिर यह छूट सिर्फ अतिरिक्त AGR बकाये तक ही लागू है।
जब तक आदेश पर पूरी तरह स्पष्टता नहीं आती, Vodafone Idea और Indus Towers दोनों के शेयरों पर दबाव बना रह सकता है।
Emkay Global ने अपनी 27 अक्टूबर की रिपोर्ट में वोडाफोन आइडिया पर ‘Sell’ (बेचने की सलाह) रेटिंग बरकरार रखी है। रिपोर्ट में कहा गया कि भले ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश से सरकार को कंपनी की मदद की गुंजाइश मिली हो, लेकिन वोडाफोन आइडिया पर कर्ज का बोझ अभी भी बहुत भारी है। कंपनी पर कुल ₹1.96 लाख करोड़ का कर्ज है, जिसमें से ₹0.76 लाख करोड़ AGR बकाया है। AGR को हटाकर भी कंपनी पर लगभग ₹1.18 लाख करोड़ का कर्ज है, जो ज्यादातर स्पेक्ट्रम भुगतान से जुड़ा है। FY25 में कंपनी का अनुमानित EBITDA ₹9,200 करोड़ है, जो इतने भारी कर्ज के मुकाबले काफी कम है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश वोडाफोन आइडिया के लिए राहत का एक छोटा रास्ता जरूर खोलता है, लेकिन स्पष्टता की कमी, ऊंचा कर्ज, और सरकार की अगली नीति पर अनिश्चितता की वजह से फिलहाल निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। ब्रोकरेज हाउस ने फिलहाल वोडाफोन आइडिया का टारगेट प्राइस ₹6 तय किया है।