Stock Market Closing, Thursday, September 25, 2025: एशियाई बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (25 सितंबर) को लगातार पांचवें ट्रेडिंग सेशन में गिरावट में बंद हुए। शुरुआती कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद एक सिमित दायरे में रहते हुए लाल निशान में ट्रेड करता रहा। अमेरिकी एच-1बी वीजा नियमों (H1 b Visa) को लेकर चिंताओं के चलते आईटी स्टॉक्स पर दबाव देखने को मिला। जबकि ऑटो समेत अन्य सेक्टर्स में मुनाफावसूली ने बाजार को नीचे खींचा। जीएसटी रिफॉर्म और फेस्टिव सीजन के बावजूद विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली बाजार में बढ़त की उम्मीदों पर पानी फेर रही है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 100 से ज्यादा अंक टूटकर 81,574 पर खुला। खुलते ही इसमें उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कारोबार के दौरान यह 81,092 आज तक फिसल गया था। अंत में यह 555.95 अंक या 0.68 प्रतिशत की गिरावट लेकर 81,159.68 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी गिरावट के साथ 25,034 पर खुला। लेकिन 25 हजार के लेवल को बरकरार नहीं रख सका। अंत में यह 166.05 अंक या 0.66 प्रतिशत की गिरावट लेकर 24,890.85 पर बंद हुआ।
जियोजित इंवेस्टमेंट्स में रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ”भारतीय बाजारों में गिरावट का सिलसिला लगातार पांचवें सेशन में जारी रहा। निवेशकों ने मुनाफावसूली की। इस गिरावट के पीछे लगातार विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली और भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर बनी अनिश्चितता मुख्य कारण रहे। इससे दूसरी तिमाही (Q2) के जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) पर असर पड़ने की आशंका है।”
उन्होंने कहा, ”बाजार में ब्रोडर बिकवाली देखने को मिली। खासकर ऑटो, आईटी, फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर में भारी गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, चीन के लिक्विडिटी समर्थन और कॉपर की सप्लाई को लेकर चिंता के चलते मेटल सेक्टर में तेजी रही। कुल मिलाकर, निवेशकों का रुख फिलहाल सतर्क बना हुआ है। सप्ताह के अंत में भारत की H2FY26 उधारी योजना और अमेरिका के अहम आर्थिक आंकड़े जारी होने वाले हैं।”
सेंसेक्स की कंपनियों में पावर ग्रिड, टाटा मोटर्स, ट्रेंट, टीसीएस, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, एलएंडटी, इटरनल, रिलायंस इंडस्ट्रीज और कोटक बैंक टॉप लूजर्स। रहे। इनमें 3% तक की गिरावट दर्ज की गई।
वहीं, निफ्टी-50 में श्रीराम फाइनेंस, अदाणी एंटरप्राइजेज, डॉ. रेड्डीज लैब्स, सिप्ला, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और ग्रासिम इंडस्ट्रीज भी गिरावट वाले शेयरों में शामिल रहे।
ब्रॉडर मार्केट्स की बात करें तो निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में 0.64 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप में 0.57 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। सभी सेक्टर्स में निफ्टी रियल्टी इंडेक्स लगातार दूसरे दिन टॉप लूजर रहा, जो 1.65% गिरकर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी ऑटो इंडेक्स भी 0.9% टूट गया। हालांकि, निफ्टी मेटल इंडेक्स इकलौता सेक्टोरल गेनर रहा, जिसमें 0.22% की मामूली तेजी दर्ज की गई।
एशियाई बाजारों की गुरुवार की शुरुआत मिली-जुली रही। निवेशकों ने वॉल स्ट्रीट पर प्रमुख टेक स्टॉक्स जैसे Nvidia और Oracle में लगातार दूसरे दिन हुई बिकवाली पर प्रतिक्रिया दी। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स लगभग 0.1 प्रतिशत गिरा। जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.25 प्रतिशत नीचे रहा।
अमेरिकी शेयर बाजारों में भी बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। प्रमुख इंडेक्स रिकॉर्ड हाई स्तर के आसपास मंडरा रहे थे और निवेशकों ने मुनाफावसूली की। यह गिरावट फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की उस टिप्पणी के बाद आई, जिसमें उन्होंने शेयरों की कीमतों को ज्यादा वैल्यूएशन पर बताया। इसके साथ ही सप्ताह के अंत में आने वाली महंगाई रिपोर्ट का भी निवेशकों पर असर पड़ा। नैस्डैक कंपोज़िट इंडेक्स 0.33 प्रतिशत, एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.28 प्रतिशत और डॉव जोन्स लगभग 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।