एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने शेयर बाजार में आज शानदार शुरुआत की और अपने निर्गम मूल्य से 48 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ। 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने वाली कंपनियों में एलजी ने सूचीबद्धता के दिन सबसे ऊंची छलांग लगाई।
कंज्यूमर अप्लायंसेज बनाने वाली एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का शेयर 1,140 रुपये के निर्गम मूल्य की तुलना में 47.6 फीसदी या 543 रुपये की बढ़त के साथ 1,683 रुपये पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर ने 1,749 रुपये के उच्चतम और 1,650 रुपये के निम्नतम स्तर को छुआ और तकरीबन 12,000 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद-बिक्री हुई।
एलजी इंडिया का बाजार पूंजीकरण 1.14 लाख करोड़ रुपये (13 अरब डॉलर) रहा जो इसकी दक्षिण कोरिया की प्रवर्तक कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक के बाजार मूल्य 9.4 अरब डॉलर से भी ज्यादा है। एलजी 1 लाख करोड़ रुपये एमकैप वाली डिक्सन टेक्नॉलजीज को पीछे छोड़ते हुए भारत की सबसे मूल्यवान कंज्यूमर ड्यूरेबल्स कंपनी बन गई।
एलजी के 11,607 करोड़ रुपये के आईपीओ को निवेशकों का रिकॉर्ड दुलार मिला था। इसके लिए 65 लाख आवेदनों में 4.4 लाख करोड़ रुपये की बोलियां आईंं। यह निर्गम पूरी तरह से बिक्री पेशकश (ओएफएस) था जिसमें एलजी की मूल कंपनी ने अपना 15 फीसदी हिस्सा बेचा है।
विश्लेषकों ने एलजी की शानदार सूचीबद्धता का श्रेय आईपीओ की जबरदस्त मांग, प्रतिस्पर्धियों की तुलना में आकर्षक मूल्यांकन और मांग वृद्धि की उम्मीदों को दिया। लगभग आधा दर्जन ब्रोकरेज फर्मों ने एलजी के लिए 1,700 से 1,820 रुपये मूल्य का लक्ष्य रखा है।
कंज्यूमर अप्लायंसेज और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार के 2024 और 2029 के बीच 11 फीसदी की सालाना दर से बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। इन्वेस्टरी की देवी शुभकेसन ने एक नोट में कहा कि कंपनी की मजबूत ब्रांड इक्विटी, सुदृढ़ वित्तीय स्थिति और सभी श्रेणियों में नेतृत्व ने निवेशकों का भरपूर उत्साह बढ़ाया।
मोतीलाल ओसवाल ने कंपनी के शेयर का लक्षित भाव 1,800 रुपये तय किया है, जिसके हिसाब से कंपनी का मूल्यांकन वित्त वर्ष 2028 की अनुमानित आय 3,006 करोड़ रुपये का 40 गुना होता है। ब्रोकरेज फर्म ने कई सकारात्मक पहलुओं की ओर इशारा किया है जिनमें पूंजी पर अच्छा रिटर्न, नकदी प्रवाह, स्थानीयकरण पर जोर, बढ़ते सकल मार्जिन और उच्च-मार्जिन वाले बी2बी एएमसी व्यवसायों में वृद्धि शामिल है।