भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपनी म्युचुअल फंड कंपनी SBI फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड (SBIMF) में से कुछ हिस्सा बेचने जा रहा है। बैंक 6.3% हिस्सेदारी आईपीओ (IPO) के जरिए बेचेगा। SBI ने बताया कि वह करीब 3.20 करोड़ शेयर बेचेगा, जो कंपनी की कुल हिस्सेदारी का 6.3% है। इसके साथ ही AMUNDI India Holding, जो इस कंपनी का दूसरा पार्टनर है, 1.88 करोड़ शेयर (3.7%) बेचेगा। यानी कुल मिलाकर 10% हिस्सेदारी (लगभग 5.08 करोड़ शेयर) शेयर बाजार में लिस्ट की जाएगी। इससे आम लोग भी इस कंपनी में निवेश कर पाएंगे।
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SBI के चेयरमैन सी.एस. शेट्टी ने कहा कि यह SBI की तीसरी कंपनी होगी जो शेयर बाजार में लिस्ट होगी। इससे पहले SBI कार्ड्स और SBI लाइफ इंश्योरेंस लिस्ट हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, “SBI म्युचुअल फंड (SBI MF) कई सालों से अच्छा प्रदर्शन कर रही है, इसलिए अब इसका IPO लाने का सही समय है।” SBI MF, SBI और AMUNDI एसेट मैनेजमेंट की साझेदारी में चल रही एक संयुक्त कंपनी (Joint Venture) है। इसमें SBI की हिस्सेदारी करीब 61.9%, AMUNDI की 36.36%, और बाकी 1.6% हिस्सेदारी दूसरे निवेशकों के पास है।
यह पहली बार नहीं है जब SBI म्युचुअल फंड (SBI MF) आईपीओ लाने की तैयारी कर रहा है। साल 2021 में भी कंपनी ने आईपीओ की योजना बनाई थी, जिसका आकार करीब ₹7,000 से ₹7,500 करोड़ तक हो सकता था। उस समय कंपनी की वैल्यू ₹70,000 से ₹75,000 करोड़ के बीच मानी जा रही थी। यानी, कंपनी पहले भी शेयर बाजार में आने की कोशिश कर चुकी है, लेकिन अब बेहतर प्रदर्शन और बाजार की स्थिति देखते हुए फिर से आईपीओ लाने का फैसला किया गया है।
SBI म्युचुअल फंड (SBI MF) इस समय भारत की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) है। कंपनी का मार्केट शेयर 15.55% है और इसके पास करीब ₹11.99 ट्रिलियन का औसत एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) है। सितंबर 2025 तक इसका कुल AUM ₹16.32 ट्रिलियन तक पहुंच गया था, जो दिखाता है कि कंपनी लगातार मजबूत तरीके से बढ़ रही है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बताया है कि उसकी म्युचुअल फंड कंपनी SBI फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड (SBIMF) का आईपीओ लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस आईपीओ को दोनों प्रमोटर कंपनियां – SBI और AMUNDI मिलकर आगे बढ़ा रही हैं। SBI के अनुसार, IPO से जुड़ा फ्रेमवर्क एग्रीमेंट 10 नवंबर 2025 तक पूरा किया जाएगा, और पूरी प्रक्रिया को साल 2026 तक खत्म करने की योजना है। अगर यह आईपीओ ₹1 ट्रिलियन (1 लाख करोड़ रुपये) की वैल्यू पर लाया जाता है, तो यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) लिस्टिंग होगी। यानी, यह देश के शेयर बाजार में अब तक का सबसे बड़ा म्युचुअल फंड IPO साबित हो सकता है।
SBI के चेयरमैन सी.एस. शेट्टी ने कहा कि यह आईपीओ आम निवेशकों के लिए नए मौके लेकर आएगा। इससे मार्केट में भागीदारी बढ़ेगी और कंपनी के उत्पादों के बारे में लोगों की जागरूकता भी ज्यादा होगी। उन्होंने कहा कि इस कदम से कंपनी की पब्लिक पहचान (visibility) बढ़ेगी और यह एसेट मैनेजमेंट इंडस्ट्री में अपनी मजबूत स्थिति को और मजबूत करेगी।
वहीं, AMUNDI के CEO वैलेरी बाउडसन ने कहा कि SBI म्युचुअल फंड ने भारत के एसेट मैनेजमेंट सेक्टर में नेतृत्व की पहचान बना ली है। यह आईपीओ, SBI और AMUNDI की साझेदारी के मूल्य को और बढ़ाने में मदद करेगा और भारत जैसे तेजी से बढ़ते बाजार में नए अवसर खोलेगा।
SBI के शेयरों में भी हाल में मजबूती देखने को मिली है। एमके ग्लोबल और पीएल कैपिटल जैसे विश्लेषकों ने SBI के शेयर का टारगेट ₹1,100 तक बढ़ाया है। बैंक का सितंबर 2025 तिमाही मुनाफा 10% बढ़कर ₹20,159.7 करोड़ रहा, और नेट इंटरेस्ट इनकम ₹42,984 करोड़ रही। बैंक ने अपने क्रेडिट ग्रोथ गाइडेंस को बढ़ाकर 12–14% किया है और कहा है कि आने वाले समय में मार्जिन 3% से ऊपर रह सकते हैं।