facebookmetapixel
Dmart Share Price: Q2 में 4% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% टूटा; निवेशक होल्ड करें या बेच दें?क्या सोना-चांदी में अब मुनाफा बुक करने का सही समय है? एक्सपर्ट ने बताई मालामाल करने वाली स्ट्रैटेजीसोना ऑल टाइम हाई पर, चांदी ने भी बिखेरी चमक; खरीदारी से पहले चेक करें आज के भावTata Capital IPO की सपाट लिस्टिंग, ₹330 पर लिस्ट हुए शेयर; क्या अब खरीदना चाहिए?चांदी में निवेश का अच्छा मौका! Emkay का अनुमान- 1 साल में 20% उछल सकता है भावइस साल सोना 65 बार पहुंचा नई ऊंचाई पर, निफ्टी रह गया पीछे; फिर भी निवेशकों के लिए है बड़ा मौकाRobert Kiyosaki ने निवेशकों को किया सचेत, कहा- 2025 का सबसे बड़ा फाइनेंशियल क्रैश आने वाला हैशॉर्ट-टर्म मुनाफा के लिए ब्रोकरेज ने सुझाए ये 3 स्टॉक्स, ₹1,500 तक के टारगेट सेट₹450 टच करेगा ये ज्वेलरी स्टॉक, दिवाली से पहले BUY का मौका; ब्रोकरेज ने शुरू की कवरेज₹1,300 से लेकर ₹1,470 तक के टारगेट, ब्रोकरेज को इन दो तगड़े स्टॉक्स में दिखा ब्रेकआउट

निजी इक्विटी निवेश में तेजी, 2024 की पहली छमाही में 10 अरब डॉलर का निवेश

पीई की सूची में शीर्ष पर स्वीडिश पीई फर्म इक्यूटी रही जिसने नैस्डैक में सूचीबद्ध परफिसियंट को 3 अरब डॉलर की उद्यम वैल्यू में खरीदा।

Last Updated- September 26, 2024 | 10:07 PM IST
PE firms stake in domestic market, most deals done in financial and consumer sectors देसी बाजार में पीई फर्मों का दांव, वित्तीय और उपभोक्ता क्षेत्र में हुए ज्यादातर सौदे

देश में शीर्ष पांच निजी इक्विटी (PE) निवेशकों ने सौदों के आकार के लिहाज से 2024 की पहली छमाही में 10 अरब डॉलर का निवेश किया जो पिछले कैलेंडर वर्ष के लिए उनके संपूर्ण परिव्यय 8 अरब डॉलर को पार कर गया। बेन ऐंड कंपनी के अनुमान के अनुसार यह स्पष्ट रूप से स्टार्टअप के लिए पिछले वर्ष के चुनौतीपूर्ण दौर में सतर्क सुधार का संकेत है।

पीई की सूची में शीर्ष पर स्वीडिश पीई फर्म इक्यूटी रही जिसने नैस्डैक में सूचीबद्ध परफिसियंट को 3 अरब डॉलर की उद्यम वैल्यू में खरीदा। यह सौदा वैश्विक पीई कंपनी की भारतीय टीम ने किया है। निजी इक्विटी दिग्गज ने 30 से ज्यादा सौदों के जरिये देश में 8 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है। इससे वह भारत के वैश्विक पीई क्षेत्र में एक बड़ी ताकत बन गई है। कंपनी ने कहा है कि वह इस साल भारत में लगभग 5 अरब डॉलर का निवेश करेगी।

दूसरे स्थान पर ब्लैकस्टोन है जिसने 2024 की पहली छमाही में 2.5 अरब डॉलर के सौदे पूरे किए। इस सूची में तीसरे स्थान पर तीन अन्य वैश्विक पीई कंपनियां हैं। इनमें टीपीजी (डिजिटल सेवा कंपनी अल्टीमेट्रिक खरीदी), केकेआर (84 करोड़ डॉलर की उद्यम वैल्यू में हेल्दियम मेडटेक को खरीदा) और घरेलू कंपनी क्रिसकैपिटल (जिसने सेंटर फॉर साइट में 830 करोड़ रुपये और एनएसई में 70 करोड़ डॉलर लगाए) शामिल हैं।

स्पष्ट है कि 2024 की पहली छमाही में वैश्विक निवेश बढ़ा है। सभी पीई सौदों के मूल्य में वैश्विक निवेश की हिस्सेदारी पिछले वर्ष की इसी अवधि के 50 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 75 प्रतिशत हो गई है। वैश्विक पीई फंडों ने खरीदारी के लिए प्राथमिकता दिखाई। कुल सौदों के मूल्य में अधिग्रहण सौदों की हिस्सेदारी पिछले वर्ष की समान अवधि के 47 प्रतिशत से बढ़कर 2024 की पहली छमाही में में 55 प्रतिशत हो गई। पहली छमाही में बड़े लेनदेन की संख्या भी बढ़ी। इस अवधि में 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा मूल्य के सात सौदे हुए।

कंज्यूमर टेक में दिलचस्पी फिर से बढ़ी है। इस सेगमेंट में सौदों का कुल मूल्य 2024 की पहली छमाही में 55 प्रतिशत बढ़कर 2.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले साल 1.3 अरब डॉलर था। हालांकि बेन ऐंड कंपनी में पार्टनर प्रभव कश्यप का कहना है, ‘ इस सेगमेंट में निवेश बेहद केंद्रित रहा और यह जेप्टो, मीशो, लेंसकार्ट जैसे कुछ सौदों तक सीमित रहा। जेप्टो ने 66.5 करोड़ डॉलर, मीशो ने 27.5 करोड़ डॉलर, लेंसकार्ट ने 20 करोड़ डॉलर और पॉकेटएफएम ने 10 करोड़ डॉलर जुटाए। पीई निवेशकों ने उन कंपनियों में निवेश पर जोर दिया जिनमें मुनाफे की राह स्पष्ट है।’

कश्यप का कहना है कि आईटी/आईटीईएस में जोर बड़े क्षेत्र के मुकाबले विशेष सेगमेंटों पर है जैसे डेटा और एनालिटिक्स या डिजिटल आईटी कंपनियां। विनिर्माण क्षेत्र में भी अगले 12-18 महीनों में पैकेजिंग क्षेत्र, कलपुर्जा विनिर्माण और ऊर्जा पारेषण तथा ईएमएस क्षेत्र में सौदे होने की संभावना है।

First Published - September 26, 2024 | 10:07 PM IST

संबंधित पोस्ट