शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद म्युचुअल फंड (mutual fund) इंडस्ट्री मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। AMFI की 2025 की एनुअल रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में म्युचुअल फंड इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) सालाना आधार पर 23% या ₹12 लाख करोड़ से ज्यादा की बढ़ोतरी के साथ ₹65.74 लाख करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसके मुकाबले, मार्च 2024 में म्युचुअल फंड इंडस्ट्री का AUM ₹53.40 लाख करोड़ था। यह ग्रोथ मजबूत नेट इनफ्लो और इक्विटी व डेट बाजार (equity and debt markets) की तेजी के बीच मिले मार्क-टू-मार्केट गेन की वजह से संभव हुआ।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की एनुअल रिपोर्ट के अनुसार, “एसेट बेस में यह बढ़ोतरी आंशिक रूप से मार्क-टू-मार्केट (MTM) गेन की वजह से हुई, जिसे इक्विटी बाजारों में पॉजिटव रिटर्न ने सहारा मिला। इसका संकेत निफ्टी 50 TRI और सेंसेक्स TRI में क्रमशः 6% और 5.9% की बढ़त से मिलता है। डेट मार्केट ने भी अनुकूल यील्ड मूवमेंट के चलते MTM गेन के जरिये सकारात्मक योगदान दिया।”
वित्त वर्ष 2025 में घरेलू म्युचुअल फंड में कुल ₹8.15 लाख करोड़ का इनफ्लो दर्ज किया गया। एसेट बेस में यह तेज उछाल निवेशकों की संख्या और म्युचुअल फंड फोलियो में बढ़ोतरी के रूप में भी नजर आया। फोलियो की संख्या बढ़कर 23.45 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई, जबकि निवेशक आधार लगभग 5.67 करोड़ हो गया।
इस वित्त वर्ष की एक खास बात यह रही कि इक्विटी-ओरिएंटेड स्कीम्स के फोलियो में सालाना आधार पर 33.4% की वृद्धि हुई, जो बढ़कर 16.38 करोड़ हो गए। कुल फोलियो में से 70% हिस्सा अब भी इन्हीं स्कीम्स का बना हुआ है।
हाइब्रिड स्कीम्स ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। इसका फोलियो 16.1% बढ़कर 1.56 करोड़ हो गए। वहीं, अन्य स्कीम्स- जैसे इंडेक्स फंड (Index Funds) और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs)- में फोलियो 48.3% की तेज बढ़त के साथ बढ़े। इसके विपरीत, इनकम/डेट-ओरिएंटेड स्कीम्स (income/debt-oriented schemes) में गिरावट दर्ज की गई, जहां वित्त वर्ष के दौरान फोलियो की संख्या 3% घटकर 69,49,759 रह गई।
सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान्स (SIPs) निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय रहे, क्योंकि इस सेगमेंट में इनफ्लो में तेज बढ़ोतरी देखी गई। वित्त वर्ष 2025 में SIP के जरिये सालाना योगदान 45.24% बढ़कर ₹2.89 लाख करोड़ पर पहुंच गया। इस बड़ी बढ़त और मार्क-टू-मार्केट (MTM) गेन के चलते SIP एसेट्स 24.6% बढ़कर ₹13.35 लाख करोड़ हो गए, जो म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के कुल AUM का 20.31% हिस्सा है।
मार्च 2025 तक इंडस्ट्री में कुल 5.34 करोड़ यूनिक निवेशक थे, जिनमें से 26% यानी 1.38 करोड़ महिलाएं थीं।
रिपोर्ट के अनुसार, “यह मार्च 2024 के 24.2% के मुकाबले ग्रोथ को दर्शाता है, जो महिलाओं के बीच बढ़ती वित्तीय स्वतंत्रता और जागरूकता को रेखांकित करता है। साक्षरता दर में वृद्धि और कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने उनकी आर्थिक भागीदारी को सशक्त किया है, और परिणामस्वरूप महिलाएं अब म्युचुअल फंड निवेशकों के आधार में एक अहम भागीदार के रूप में उभर रही हैं।”
(एजेंसी के इनपुट के साथ)