एडलवाइस म्युचुअल फंड के अध्यक्ष एवं मुख्य निवेश अधिकारी त्रिदीप भट्टाचार्य ने अभिषेक कुमार के साथ साक्षात्कार में कहा कि इक्विटी बाजार में मौजूदा गिरावट कुछ और महीनों तक रह सकती है क्योंकि घरेलू और वैश्विक चिंताएं दूर होने में समय लगेगा। भट्टाचार्य का कहना है कि कॉरपोरेट आय वृद्धि में सुधार 2025 की दूसरी छमाही में इक्विटी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होगा। बातचीत के मुख्य अंश:
इक्विटी को घरेलू और वैश्विक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पहली चुनौती यह है कि दिसंबर तिमाही की आय उत्साहजनक नहीं रही है जो चुनावी वर्ष में आमतौर पर देखी जाने वाली व्यापक आर्थिक सुस्ती दर्शाती है। दूसरा, दरों और व्यापार संबंधित सख्ती को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के नीतिगत बदलाव ने अतिरिक्त उतार-चढ़ाव को बढ़ावा दिया है।
हमारा मानना है कि बाजार में मौजूदा कमजोरी चालू कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही तक बनी रहेगी। आर्थिक और नीतिगत अनिश्चितताओं के कम होने के साथ, आय में सुधार और वृद्धि से स्थिरता को बढ़ावा मिल सकता है और 2026 में बाजार की चाल निर्धारित हो सकती है।
ट्रंप प्रशासन की आर्थिक नीतियों के कारण वैश्विक व्यापार की गति में नया परिवर्तन आएगा तथा ‘आय की राजनीति’ का मुख्य बन जाएगी। 2025 के शुरुआती महीनों में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है क्योंकि बाजार इन बदलावों पर प्रतिक्रिया कर सकता है। भारत की बात करें तो आम बजट मुख्य घटनाक्रम होगा जो तीसरी मोदी सरकार की खर्च संबंधित प्राथमिकताओं को बताएगा और वर्ष के लिए आर्थिक दिशा तय करेगा।
कुल मिलाकर, भारतीय इक्विटी का मूल्यांकन ‘उचित’ दिख रहा है लेकिन वह सभी बाजार पूंजीकरण सेगमेंटों से अलग है। लार्जकैप शेयर अपने 10 वर्षीय ऐतिहासिक औसत के मुकाबले करीब 5 फीसदी नीचे कारोबार कर रहे हैं और दीर्घावधि निवेशकों के लिए खरीदारी का आकर्षक मौका मुहैया करा रहे हैं।
निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहन करने की क्षमता और बाजार हालात को ध्यान में रखकर अपने इक्विटी निवेश में बदलाव लाना चाहिए। हालांकि ताजा गिरावट ने दीर्घावधि निवेशकों को टुकड़ों में इक्विटी निवेश बढ़ाने का अवसर दिया है। हम ऐसे पोर्टफोलियो का सुझाव देते हैं जो लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप सभी के संतुलन वाला हो। कम जोखिम पसंद करने वाले निवेशकों के लिए फ्लेक्सीकैप फंड उपयुक्त हैं, क्योंकि ये अलग अलग बाजार हालात में उन्हें स्वायत्तता देते हैं।