जब लग रहा था कि बेंचमार्क निफ्टी (Nifty) 20 हजार के पार निकल जाएगा तब विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की बिकवाली के बीच इंडेक्स नीचे 19,560 के स्तर पर आ गया। विश्लेषकों ने कहा कि इंडेक्स को जल्दबाजी में 20,000 के पार निकलने में चुनौतियों का सामना करना होगा और यह मौजूदा स्तर पर एकीकृत हो सकता है।
स्टॉक्सबॉक्स के तकनीकी व डेरिवेटिव विश्लेषक आर. वनारा ने कहा, निफ्टी को 20 दिन के सामान्य मूविंग एवरेज 19,577 के पास सहारा मिला। जब तक निफ्टी इस स्तर से ऊपर काबिज रहेगा, तेजी के हालात बने रहेंगे। शुक्रवार को निफ्टी 19,646 पर बंद हुआ।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक दे ने कहा, मौजूदा स्तर से जब तक निफ्टी 19,550 से नीचे नहीं जाता, उसमें गिरावट की संभावना नहीं बनेगी। 19,500 के नीचे जाने के बाद इंडेक्स 19,300 तक फिसल सकता है। ऊपरी स्तर पर प्रतिरोध 19,700 के पास रह सकता है।
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नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने अत्यधिक ऑर्डर मैसेज करने वालों के लिए जुर्माने में इजाफा कर दिया है। ऐसा करने वालों को उद्योग में शोर मचाने वालों के नाम से जाना जाता है। ऐसा करने वालों का इरादा ट्रेड का नहीं होता है बल्कि वे अपने ऑर्डर को संशोधित या रद्द करते रहते हैं और इसका मकसद शेयर कीमतों को चोट पहुंचाना होता है।
बार-बार ऐसा करने वाले यानी अत्यधिक ऑर्डर देने वाले गैर-अल्गो ट्रेडरों के लिए संशोधित जुर्माना 20,000 रुपये से लेकर एक लाख रुपये रोजाना तक है। इसके अलावा एक्सचेंज वैसे अल्गो ट्रेडरों पर भी जुर्माना लगाएगा, जहां अत्यधिक ऑर्डर देने के बाद भी नगण्य या काफी कम कारोबार होगा।
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पीई फर्म ऑर्पवुड पार्टनर्स समर्थित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी एसबीएफसी फाइनैंस का शेयर आरंभिक सार्वजनिक निर्गम से पहले ग्रे मार्केट में 60 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम पर बिक रहा है। मुंबई की इस कंपनी का आईपीओ 3 अगस्त को खुलेगा।
भारत में उद्यमी व एमएसएमई के मालिकों को अपनी सेवाएं देने वाली कंपनी को क्लेरमोंट व मलाबार समूह का भी समर्थन हासिल है। आईपीओ में कंपनी नए शेयर जारी कर 600 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। इसके अलावा आर्पवुड व अन्य निवेशक 425 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।