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‘हाइब्रिड’ म्यूचुअल फंड योजनाओं को जून तिमाही में मिला 14,000 करोड़ रुपये का निवेश

AMFI के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के AUM और फोलियो (निवेशक खाते) की संख्या में भी वृद्धि हुई।

Last Updated- July 30, 2023 | 3:22 PM IST
'Hybrid' mutual fund schemes receive Rs 14,000 crore inflows in June quarter
इलस्ट्रेशन- बिनय सिन्हा

लगातार तीन तिमाहियों में निकासी के बाद हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाओं ने निवेशकों को फिर आकर्षित करना शुरू कर दिया है। ऋण कोषों पर कराधान में हालिया बदलाव के बाद जून तिमाही में हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाओं को 14,000 करोड़ रुपये का निवेश मिला है।

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड जो शेयर और बॉन्ड या ऋण दोनों प्रतिभूतियों और कई बार सोने जैसी अन्य संपत्तियों में निवेश करते हैं। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में हाइब्रिड योजनाओं में आए 10,084 करोड़ रुपये निवेश से कहीं अधिक है।

हाइब्रिड कोषों का AUM और फोलियों बढ़ा- AMFI

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में हाइब्रिड कोषों के परिसंपत्ति आधार (AUM) और फोलियो (निवेशक खाते) की संख्या में भी वृद्धि हुई। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड मध्यम या कम जोखिम वाले निवेशकों को अधिक आकर्षित करते हैं। इन्हें हमेशा अच्छा निवेश विकल्प माना जाता है, क्योंकि ये शेयर बाजारों में भागीदारी से जुड़े जोखिम को कम करते हैं।

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दिसंबर, 2021 तिमाही के बाद जून तिमाही में हुआ सबसे अधिक निवेश

आंकड़ों के अनुसार, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में जून तिमाही में 14,021 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। इससे पहले लगातार तीन तिमाहियों में इन कोषों से निवेशकों ने निकासी की थी। निवेशकों ने मार्च तिमाही में हाइब्रिड म्यूचुअल फंड से 7,420 करोड़ रुपये, दिसंबर तिमाही में 7,041 करोड़ रुपये और सितंबर तिमाही में 14,436 करोड़ रुपये निकाले थे। जून तिमाही में निवेश दिसंबर, 2021 तिमाही के बाद सर्वाधिक है। तब इन योजनाओं में 20,422 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।

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क्लाइंट एसोसिएट्स के सह-संस्थापक हिमांशु कोहली हाइब्रिड योजनाओं में निवेश के लिए ऋण कोषों की कर प्रणाली में बदलाव को श्रेय देते हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों ने बॉन्ड म्यूचुअल फंड में अपना आवंटन घटाते हुए संभवत: हाइब्रिड कोषों में निवेश बढ़ाया है। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में निवेशक खातों या फोलियो संख्या जून तिमाही में 4.6 लाख बढ़कर 1.22 करोड़ हो गई। यह ऐसी योजनाओं में निवेशकों की बढ़ती रुचि दिखाता है।

First Published - July 30, 2023 | 3:22 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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