IPO this week: 30 सितंबर से शुरू हो रहा सप्ताह प्राइमरी मार्केट के लिए सुस्त रहने वाला है। इस हफ्ते कुल मिलाकर 3 IPO ही आएंगे। पिछले हफ्ते जहां Manba Finance Limited और KRN Heat Exchanger and Refrigeration Limited का IPO प्राइमरी मार्केट में आकर थोड़ी रौनक बढ़ाई तो अगले हफ्ते आने वाले आईपीओ में कोई भी इश्यू मेनबोर्ड सेगमेंट के नहीं है। सभी आईपीओ SME सेगेमेंट के हैं। ऐसे में जिन निवेशकों के पास तगड़ी रकम है, वही इसमें बोली लगा पाएंगे।
मेनबोर्ड सेगमेंट में जहां रिटेल इन्वेस्टर्स को 15,000 रुपये के आसपास एक लॉट खरीदने को मिल जाता है तो वहीं SME सेगमेंट में ऐसा नहीं होता। ये छोटे आईपीओ होते हैं और इनके एक लॉट में ढेर सारे शेयर होते हैं। अक्सर 1,000 से ज्यादा शेयर। ऐसे में आइये जानते हैं इस हफ्ते आने वाले आईपीओ के बारे में सारी डिटेल्स…
Paramount Dye Tec Limited IPO 30 सितंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हो रहा है और यह 3 अक्टूबर को क्लोज हो जाएगा। कंपनी इस आईपीओ के जरिये 28.43 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, जिसके लिए वह 24.3 लाख नए शेयर (फ्रेश इश्यू) जारी करेगी।
Paramount Dye Tec IPO का प्राइस बैंड 111-117 रुपये प्रति शेयर है। इसकी लॉट साइस 1,200 शेयरों की है। ऐसे में बोली लगाने के लिए रिटेल इन्वेस्टर्स को कम से कम 140,400 रुपये का निवेश करना होगा। HNI को कम से कम 2 लॉट खरीदने होंगे। Paramount Dye Tec Limited IPO के शेयरों का अलॉटमेंट 4 अक्टूबर को और NSE पर लिस्टिंग 8 अक्टूबर 2024 (Paramount Dye Tec Limited IPO listing date) को होगी।
जनवरी 2014 में बनी कंपनी पैरामाउंट डाई टेक लिमिटेड कपड़ा उद्योग के B2B के तहत काम करती है। कंपनी अपशिष्ट सिंथेटिक फाइबर (waste synthetic fiber) को रीसाइक्लिंग करके यार्न का प्रोडक्शन करती है। FY24 में पैरामाउंट डाइ टेक लिमिटेड का रेवेन्यू 46 करोड़ रुपये, जबकि FY23 में 2,3.67 और FY22 में 1,6.90 करोड़ रुपये रहा। Paramount Dye Tec Limited का नेट मुनाफा यानी टैक्स के बाद प्रॉफिट (PAT) FY24 में 3.16 करोड़, FY23 में 15.94 लाख और FY22 में भी 15.94 लाख रुपये रहा था।
Subam Papers IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 30 सितंबर को ओपन होगा और 3 अक्टूबर को क्लोज हो जाएगा। कंपनी आईपीओ के जरिये 93.70 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके लिए वह 61.65 लाख शेयरों का फ्रेश इश्यू जारी करेगी।
सुबम पेपर्स आइपीओ का प्राइस बैंड (Subam Papers IPO price band) 144-152 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। इसके एक लॉट में 800 शेयर होंगे। यानी रिटेल इन्वेस्टर को कम से कम 121,600 रुपये का निवेश करना होगा। HNI को 2 लॉट कम से कम खरीदना ही होगा।
सुबम पेपर्स के आईपीओ की अलॉटमेंट डेट 4 अक्टूबर है। इसकी लिस्टिंग की तारीख (Subam Papers IPO listing date) 8 अक्टूबर 2024 को है। इस SME IPO की लिस्टिंग BSE पर होगी।
सुबम पेपर्स लिमिटेड क्राफ्ट पेपर और पेपर प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करती है। कंपनी कच्चे माल के रूप में बेकार कागज का उपयोग करती है। 31 मार्च, 2024 तक, क्राफ्ट पेपर की इंस्टाल्ड कैपासिटी 300 मीट्रिक टन प्रति दिन (mtpd) थी। यानी कुल सालाना कैपासिटी 93,600 टन है। सुबम पेपर्स लिमिटेड का FY24 में रेवेन्यू 496.97 करोड़ रुपये था, जबकि FY23 में यह 510.62 करोड़ रुपये और FY22 में 332.59 करोड़ रुपये था। कंपनी के मुनाफे की बात की जाए तो FY22 में इसका PAT 26 करोड़ रुपये था। FY23 में इसके 26.79 लाख रुपये का घाटा लग गया। मगर FY24 में YoY 12574% का PAT में उछाल आया और कंपनी का नेट मुनाफा 33.41 करोड़ रुपये पहुंच गया।
नियोपॉलिटन पिज्जा एंड फूड्स का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 30 सितंबर को ओपन और 4 अक्टूबर को क्लोज हो रहा है। कंपनी आईपीओ के जरिये 12 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके लिए वह 60 लाख फ्रेश इश्यू जारी करेगी।
NeoPolitan Pizza and Foods का IPO प्राइस 20 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। इसके आईपीओ के लिए रिटेल इन्वेस्टर्स को कम से कम 120,000 रुपये का निवेश करना होगा, क्योंकि इस आईपीओ के लिए लॉट साइज 6000 शेयरों की है। HNI को कम से कम 12,000 शेयर खरीदने होंगे।
नियोपॉलिटन पिज्जा एंड फूड्स IPO की अल़ॉटमेंट डेट 7 अक्टूबर है। SME कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग BSE पर होगी। लिस्टिंग की तारीख (NeoPolitan Pizza and Foods IPO listing date) 9 अक्टूबर 2024 है।
नियोपॉलिटन पिज्जा एंड फूड्स लिमिटेड के दो बिजनेस हैं। एक तो कंपनी रेस्तरां चलाती है, दूसरा यह कृषि वस्तुओं यानी एग्रीकल्चर कमोडिटी के लिए ट्रेडिंग करती है। अपने रेस्तरां बिजनेस में यह पिज्जा और अन्य इटालियन डिश बनाती है और बेचती है। जबकि, एग्रीकल्चर कमोडिटी ट्रेडिंग के तहत गेहूं, चावल, प्याज और टमाटर जैसे कृषि उत्पादों का व्यापार करती है।
फाइनेंशियल्स की बात की जाए तो इसका FY24 में रेवेन्यू 44 करोड़ रुपये के करीब, जबकि FY23 और FY22 में क्रमश: 20 और 16 करोड़ के करीब रहा था। इसका PAT FY24 के दौरान सालाना आधार पर (YoY) 80% बढ़कर 2.10 करोड़ रुपये हो गया। जबकि FY23 में यह 1.16 करोड़ रुपये और FY22 में 18.44 लाख रुपये था।